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नारनौंद(हिसार): गांव में अच्छी छवि रखने वाला दिव्यांग युवक गांव में ही सीएससी सेंटर चलाता था। जब बुजुर्गों की पेंशन आती थी, तो जो बुजुर्ग चलने-फिरने में असमर्थ थे, उन्हें खुद रिक्शा चलाकर उनके घर पर जाकर पेंशन देकर आता था।
हर किसी से राम-राम करता हुआ गांव का चक्कर लगा देता था, लेकिन पर्दे के पीछे वह खलनायक निकला। जब उसकी असली करतूत सामने आई तो पूरा गांव शर्मसार हो गया। जैसे ही सीबीआई की गाड़ियां मंगलवार सुबह गांव में पुलिस बल के साथ पहुंची तो हर कोई देखकर हैरान था कि सोमनाथ ऐसा घिनौना कार्य भी कर सकता है।
सीबीआई ने पूरा मामला गुप्त रखा और उसे गिरफ्तार करके काफी सबूत भी उसके घर से बरामद किए। सीबीआई ने सोमनाथ को नाबालिग की वीडियो को अपलोड करने के साथ अन्य आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर 29 मई को सीबीआई ने मामला दर्ज किया था।
आरोपित सोमनाथ जब 10 वर्ष का था तो उसके माता-पिता का देहांत हो गया था। उसकी दो बहनें थी जो की अनाथ आश्रम में चली गई थी। बाद में उन दोनों की शादी हो गई थी। दिव्यांग सोमनाथ की दोनों टांगें पूरी तरह से खराब थी। उसने बीए तक की पढ़ाई की। उसकी शादी नहीं हुई और फिर गांव में ही सीएससी सेंटर खोल लिया।
आसपास किसी कार्य के लिए जाना होता था तो वो अपनी ई-रिक्शा पर बैठकर जाता था। उसे कंप्यूटर चलाने का बड़ा शौक था। वह हमेशा इंटरनेट पर काफी चीजों को सर्च करने में समय लगाता था। पूरे गांव में उसकी छवि अच्छी थी। इस वजह से उस पर किसी का भी कोई शक नहीं था कि वह इतने घिनौने कार्य करके गांव की लड़कियों को बदनाम करने के लिए उनकी वीडियो वेबसाइट पर अपलोड करता होगा।
इस घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। इस घटना के बारे में कोई भी ग्रामीण बात करने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन दबी जुबां से हर कोई यह दुहाई दे रहा हैं कि दिव्यांग युवक ने गांव के माथे पर कलंक लगा दिया।
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