
छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कोरबा के जमनीपाली सेवाकेंद्र द्वारा डायमंड जुबली भवन में महाशिवरात्रि महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जवाहर नवोदय विद्यालय की अध्यापिका श्रीमती शांति मोहंती, CISF इंस्पेक्टर उषा रानी, साईं मंदिर रामनगर के पंडित सदानंद महाराज, अक्षय हॉस्पिटल कोरबा से डॉ. के.सी. देवनाथ, बी. के. रुक्मणि दीदी, बी. के. बिंदु दीदी मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर किया गया । शांति मोहंती जी ने सभी को शिवरात्रि की शुभकामनाएं दी और कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि मैं यहाँ परमात्मा का जन्मदिन मनाने के लिए आयी और मैं अपने आप को बहुत भाग्यशाली महसूस कर रही हूँ। उषा रानी ने भी सभी को महाशिवरात्रि की बधाई दी और अपने भाव सबके समक्ष रखा। डॉ. के.सी देबनाथ ने कहा कि परमपिता शिव इस सृष्टि के हर एक आत्माओ का पिता है और आज हम यहाँ उनका जन्मदिन बनाने के लिए यहाँ एकत्रित हुए है।
बी. के. रुक्मणी दीदी ने कहा कि हम सब कितने भाग्यवान हैं जो स्वयं परमात्मा शिव का जन्मदिन मनाने के लिए यहाँ उपस्थित हुए है | शिव जी मंदिर में अकेले नहीं बैठते है उनके साथ कुछ छोटे छोटे शालिग्राम भी रहते है जो शिव के साथ उनकी पूजा होती है।
बी.के. बिंदु दीदी ने महाशिवरात्रि का अध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि जितने भी देवी देवता है उनका हम जयंती मानते है लेकिन शिव की रात्रि मानते है। परमात्मा शिव के अवतरण को हम महाशिवरात्रि के रूप में मानते है। जब दुनिया में अज्ञानता आ जाती है तब उन्हें इस धरा पर अवतरित होना पड़ता है, जब तक हम खुद को नहीं जान जाते तब तक हम उस परमात्मा को भी नही पहचान सकते है | इस कलयुग के अंतिम समय में जब मनुष्य घोर अँधेरे में सोए हुए है तब उस परमपिता को इस धरा पर अवतरित होना पड़ता है।
सदानंद महाराज जी ने भी सभी को शिवरात्रि की शुभकामनाये दी । अंत में सभी अतिथियों द्वारा केक कटिंग किया गया एवं सभी अतिथियों को ईश्वरीय भेट भी दिया गया। तत्पश्चात सबने मैडिटेशन कर सुख शांति की अनुभूति की । संस्था की कुमारियो द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन बी. के. शेखर राम जी ने किया ।

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