
छत्तीसगढ़
रायपुर/स्वराज टुडे: भारत सरकार के डाक विभाग ने माता कर्मा की 1009वीं जयंती के अवसर पर उनके सम्मान में एक विशेष डाक टिकट जारी किया। माता कर्मा भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त थीं और अपने जीवन में समाज सुधार व भक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
उनकी भक्ति, साहस और सेवा ने न केवल धार्मिक जगत में बल्कि समाज के हर वर्ग में गहरी छाप छोड़ी। इस ऐतिहासिक अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और साहू समाज के कई गणमान्य जन उपस्थित रहे। माता कर्मा के सम्मान में जारी ये डाक टिकट उनकी भक्ति, सेवा और सामाजिक योगदान को अमर बनाने का एक प्रयास है।
माता कर्मा की आस्था और समर्पण का ये प्रतीक, उनके संदेश को पूरे देश में फैलाने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। ये न केवल उनके योगदान को सराहेगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों को धर्म, सेवा और समानता का मार्ग अपनाने की प्रेरणा भी देगा।
जब भगवान श्रीकृष्ण ने माता कर्मा की खिचड़ी ग्रहण की
माता कर्मा की अटूट भक्ति ने उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए पुरी जाने के लिए प्रेरित किया। वहां मंदिर के सेवकों ने उनसे खिचड़ी बनाने का अनुरोध किया। माता कर्मा ने प्रेमपूर्वक खिचड़ी बनाई और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान श्रीकृष्ण ने इसे स्वीकार किया। आज भी ये पावन परंपरा जगन्नाथ मंदिर में निभाई जाती है। माता कर्मा की इसी भक्ति और सेवा को अमर करने के लिए इस डाक टिकट पर उन्हें भगवान श्रीकृष्ण को खिचड़ी अर्पित करते हुए दर्शाया गया है, जिसकी पृष्ठभूमि में प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर नजर आता है।
समाज सुधार में माता कर्मा का योगदान
माता कर्मा सिर्फ एक भक्त नहीं, बल्कि समाज सुधारक भी थीं। उन्होंने समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और कई प्रेरणादायक काम किए
● छुआछूत और भेदभाव का विरोध किया।
● समानता, प्रेम और एकता का संदेश दिया।
● महिलाओं को जागरूक और सशक्त बनने की प्रेरणा दी।
उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्ची भक्ति सिर्फ पूजा-अर्चना नहीं, बल्कि समाज सेवा और सभी के कल्याण के लिए कार्य करना भी है।
माता कर्मा के नाम पर डाक टिकट
ये डाक टिकट माता कर्मा के योगदान को सम्मान देने के लिए जारी किया गया है। इसके साथ ही:
फर्स्ट डे कवर (FDC) – माता कर्मा के जीवन और उनके कार्यों की जानकारी।
सूचना पुस्तिका – माता कर्मा की विरासत को समझने के लिए विशेष विवरण।
ये डाक टिकट भारत के सभी डाकघरों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिससे माता कर्मा की प्रेरणा को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
भक्त माता कर्मा – साहू समाज और भारत का गौरव
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि माता कर्मा केवल एक धार्मिक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए समर्पित आत्मा थीं। वर्षों से साहू समाज इस सम्मान की मांग कर रहा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वीकृति से ये मांग पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि ‘ये डाक टिकट माता कर्मा के सम्मान के साथ-साथ साहू समाज के करोड़ों लोगों के गौरव का प्रतीक है। माता कर्मा की शिक्षाएं और उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग हमें प्रेरित करता है कि समाज सेवा, भक्ति और समानता को अपनाकर हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।’
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