छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कोरबा द्वारा विश्व सद्भावना भवन टी.पी. नगर में विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान थीम का उदघाटन, साथ ही मदर्स डे का कार्यक्रम रखा गया | इस उपलक्ष्य में मुख्य अतिथि के रूप में छ.ग. के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री भ्राता लखन लाल देवांगन जी, कोरबा छेत्र के पर्यावरण अधिकारी भ्राता परमेन्द्र पांडे जी, चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स कोरबा अध्यक्ष भ्राता योगेश जैन जी, आयुर्वेदाचार्य भ्राता डॉ. नागेन्द्र शर्मा जी, बी. के. रुक्मणि दीदी, बी.के. बिंदु दीदी, बी. के. तुलसी दीदी उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं एवं आत्म स्मृति का तिलक लगा कर किया गया | इस अवसर पर लखन लाल देवांगन जी ने मों के ऊपर अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा की दुनिया में भगवान सबसे बड़ा है लेकिन ऋषि मुनियों ने कहा है की माता पिता से बड़ा दुनिया में कोई नही होता है, कितना भी कठिनाए आये जाए फिर भी उन्हें त्यागते नहीं है तो हमारा भी यह कर्त्तव्य है की उनका पूर्णरूप से ख्याल रखे, साथ ही उन्होंने कहा कि हम सब को संघठित समाज के रूप में रहना चाहिए और मिलजुल कर कार्य करना चाहिए और में संस्था की इस प्रयास के लिए हृदय से धन्यवाद करता हूँ।
भ्राता परमेन्द्र पांडे जी ने कहा कि आज कल जो परिदृश्य है विश्व में देश में जो भी आजकल युद्ध चल रहे है जो भेद भाव है तो यह सब देखते हुए ब्रह्मकुमारी संस्था ने जो यह थीम रखा है विश्व एकता एवं विश्वास से ध्यान यह काफी सुसंगत प्रतीत होती है, उन्होंने कहा की हम सभी को विश्व एकता के लिए प्रयास करना चाहिए।
भ्राता योगेश जैन जी ने कहा कि हमने अभी तक देखा है कि समाज में कई कार्यक्रम होते रहते है लेकिन यह जो माँ के लिए आज कार्यक्रम आयोजित किया गया है इसके लिए में ब्रह्माकुमारी संस्था का धन्यवाद् करता हु । आजकल के माहौल को देखते हुए हमे मैडिटेशन अवश्य ही करना चाहिए और आप सबसे निवेदन भी करता हूँ कि जो भी मैडिटेशन नहीं करते है वो अवस्य ही इसे अपने दिनचर्या में लाये ।
भ्राता नागेन्द्र शर्मा जी ने कहा कि वास्तव में एकता और विश्वास की बात जब आती है तो सब से पहले हमे ध्यानस्त होना पड़ता है जब हम ध्यानस्त होंगे तो हम अपने अंतस में उतरेंगे और तभी हमे अपने अन्दर विश्वास होगा और जब हमे अपने ऊपर विश्वास होगा तब हम दुसरो पर विश्वास कर पाएंगे | बी. के. बिंदु दीदी जी ने सभी को आज यह संकल्प लेने की पहल की सबको प्रति दिन 20 मं. अपने लिए, अपने परिवार के लिए और विश्व की शांति के लिए मैडिटेशन अवस्य करे | बी. के तुलसी दीदी ने कहा की जब हमारा मन बुद्धि और संस्कार में एकता होती है तो हमारा जीवन सही दिशा में चलने लगता है साथ उन्होंने कहा की अगर माँ नहीं होती तोह हम भी यहाँ नहीं होते । वी.के. रुक्मणि दीदी जी ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि हमे उस परमात्मा ने अपने बारे में विश्वास करना बताया कि आप कौन है कहाँ से आये और इस संसार में आप क्या करने आये और क्या कर रहे है। जो हम है उसे हम जानते भी नहीं और मानते भी नहीं और जो हम नहीं है उसे हम जानते भी है और मानते भी है। तो हमे उस परमात्मा का सत्य परिचय जानने की जरुरत है और वो क्या कार्य करने आया है उसे भी जानने की हमे जरुरत है।
अंत में सभी अथितियो ने दीप प्रज्वलन कर थीम का उदघाटन किया और सभी को और रुक्मणि दीदी द्वारा सभी को ईश्वरीय भेट एवं प्रसाद दिया गया | मदर्स डे के उपलक्ष पर बी. के. मेघा बहन ने अपने भाव व्यक्त किये और बी. के विरेश भाई ने अपने सुरों के माध्यम से सभा को सुसोभित किया साथ ही कुमारी सौम्य ने अपने नृत्य द्वारा अतिथियों का स्वागत किया | कार्यक्रम में अरुण शर्मा, राजकुमार साहू, ईश्वर देवांगन के साथ साथ कई अथिति मौजूद रहे और कार्यक्रम में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

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