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ये हैं वो 8 इन्वेस्टमेंट जिसमे सरकार नहीं लेती हैं कोई भी टैक्स, रिटर्न भी मिलता हैं 20 प्रतिशत तक, ITR भरने से पहले देख लिया तो बच जाएगा पैसा

साल का अंत आते ही टैक्सपेयर्स में टैक्स सेविंग को लेकर हलचल बढ़ जाती है। अगर आपने अभी तक अपनी टैक्स सेविंग की योजना नहीं बनाई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। यहां हम आपको ET Wealth की एनुअल रैंकिंग के आधार पर 10 सबसे पॉपुलर टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स के बारे में जानकारी देंगे।

इस रैंकिंग में इन विकल्पों का मूल्यांकन रिटर्न, सेफ्टी, फ्लेक्सिबिलिटी, लिक्विडिटी, कॉस्ट, ट्रांसपेरेंसी, इन्वेस्टमेंट में आसानी और टैक्सबिलिटी के आधार पर किया गया है।


ELSS (Equity Linked Savings Scheme): सबसे लोकप्रिय विकल्प

  • रिटर्न (5 साल का औसत): 19.39%
  • लॉक-इन पीरियड: 3 साल
  • खासियत: कम लॉक-इन पीरियड, हाई रिटर्न और टैक्स फ्री गेन।

ELSS फंड्स निवेशकों के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं। बाजार में हाल के सुधारों के कारण इनमें निवेश का आकर्षण बढ़ा है। निवेशकों को SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए निवेश करने की सलाह दी जाती है, लेकिन समय की कमी में एकमुश्त निवेश भी किया जा सकता है।


NPS (National Pension System): रिटायरमेंट के लिए बेहतरीन विकल्प

  • रिटर्न (5 साल का औसत): 7.5-16.9%
  • लॉक-इन पीरियड: रिटायरमेंट तक
  • खासियत: एक्स्ट्रा टैक्स डिडक्शन और फ्लेक्सिबल एसेट एलोकेशन।

NPS निवेशकों को टैक्स सेविंग के तीन बड़े फायदे देता है – सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख, 80CCD(1B) के तहत ₹50,000 और एंप्लॉयर कंट्रीब्यूशन पर 14% तक की टैक्स छूट।


रिटायरमेंट म्युचुअल फंड: लो रिस्क, लॉन्ग टर्म रिटर्न

  • रिटर्न (5 साल का औसत): 9-19%
  • लॉक-इन पीरियड: 5 साल
  • खासियत: हाइब्रिड इन्वेस्टमेंट, लो रिस्क।

ये फंड्स उन निवेशकों के लिए अच्छे हैं जो सुरक्षित विकल्प के साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं। हालांकि, इन पर ELSS की तरह टैक्स छूट नहीं मिलती।

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ULIPs (Unit Linked Insurance Plans): इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट का कॉम्बिनेशन

  • रिटर्न (5 साल का औसत): 7-18%
  • लॉक-इन पीरियड: 5 साल
  • खासियत: टैक्स फ्री रिटर्न और पोर्टफोलियो रिबैलेंसिंग।

ULIPs में इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट का मिश्रण होता है। इसमें टैक्स फ्री गेन और फ्लेक्सिबल इन्वेस्टमेंट का विकल्प मिलता है।


सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों के भविष्य के लिए

  • रिटर्न: 8.2%
  • लॉक-इन पीरियड: बच्ची के 18 साल तक
  • खासियत: टैक्स फ्री रिटर्न और गारंटीड सेविंग्स।

ये योजना बेटियों के भविष्य के लिए एक सुरक्षित और टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट का विकल्प है।


सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS): बुजुर्गों के लिए बेस्ट विकल्प

  • रिटर्न: 8.2%
  • लॉक-इन पीरियड: 5 साल
  • खासियत: सुरक्षित और नियमित आय का स्रोत।

यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए टैक्स सेविंग का सबसे भरोसेमंद विकल्प है।


PPF (Public Provident Fund): गारंटीड टैक्स फ्री रिटर्न

  • रिटर्न: 7.1%
  • लॉक-इन पीरियड: 15 साल
  • खासियत: टैक्स फ्री रिटर्न और सुरक्षित इन्वेस्टमेंट।

PPF लंबी अवधि के लिए टैक्स फ्री रिटर्न प्रदान करता है।


NSC (National Savings Certificate): सुरक्षित निवेश विकल्प

  • रिटर्न: 7.25-8%
  • लॉक-इन पीरियड: 5 साल
  • खासियत: सुरक्षित निवेश और टैक्स बचत।

यह योजना उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न चाहते हैं।


लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी: टैक्स सेविंग और सुरक्षा

  • रिटर्न: 5-6%
  • लॉक-इन पीरियड: मैच्योरिटी तक
  • खासियत: लाइफ कवर और टैक्स सेविंग।

हालांकि, रिटर्न कम होने के कारण ये निवेश का मुख्य विकल्प नहीं होना चाहिए।


टैक्स सेविंग स्कीम्स की तुलना

इंस्ट्रूमेंट रिटर्न (%) लॉक-इन पीरियड टैक्स छूट जोखिम
ELSS 19.39 3 साल हां उच्च
NPS 7.5-16.9 रिटायरमेंट तक हां मध्यम
ULIP 7-18 5 साल हां मध्यम
सुकन्या योजना 8.2 18 साल हां कम
SCSS 8.2 5 साल हां (सीमित) कम
PPF 7.1 15 साल हां कम
NSC 7.25-8 5 साल हां कम
लाइफ इंश्योरेंस 5-6 मैच्योरिटी तक हां कम
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हर इंस्ट्रूमेंट का अपना उद्देश्य और लाभ है। ELSSNPS, और ULIPs बेहतर रिटर्न और टैक्स बचत का मौका देते हैं, जबकि सुकन्या योजनाSCSS, और PPF सुरक्षित और स्थिर विकल्प हैं।

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Deepak Sahu

Editor in Chief

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