छत्तीसगढ़
कोरबा- बालको नगर/स्वराज टुडे: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने वेदांता स्किल स्कूल में प्रशिक्षुओं के साथ विश्व युवा कौशल दिवस मनाकर युवाओं को सशक्त बनाने में कौशल के महत्व की जानकारी दी। समारोह में प्रेरक वीडियो, सुरक्षा प्रश्नोत्तरी और विधिक साक्षरता की जानकारी दी गई जिसका उद्देश्य युवाओं की प्रगति और विकास को बढ़ावा देना है। वेदांता स्किल स्कूल के 90 से अधिक प्रशिक्षुओं ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया तथा आवश्यक कौशल और जानकारी प्राप्त की।
युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के मुख्य उद्देश्य के साथ स्थापित वेदांता स्किल स्कूल आज छत्तीसगढ़ में ग्रामीण युवाओं, बीच में स्कूल छोड़ने वालों के जीवन में बदलाव लाने का कार्य रहा है। 2011 में कोरबा में अपनी स्थापना के बाद से कौशल स्कूल ने 2017-18 में कवर्धा और मैनपाट में अपने संचालन का विस्तार किया है।
वेदांता स्किल स्कूल अपनी तरह का ऐसा कौशल संस्थान है जो स्थानीय युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान करता है ताकि उन्हें एक ऐसे व्यवसाय के लिए तैयार किया जा सके जो उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने और बड़े पैमाने पर समाज के विकास को बढ़ावा दे रहा है। संस्थान प्रशिक्षुओं के प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट के साथ-साथ आतिथ्य उद्योग, वेल्डिंग, सिलाई मशीन ऑपरेटर, सोलर पीवी टेक्निशियन, इलेक्ट्रीशियन और फिटर सहित कुल छह ट्रेडों में मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। 45 से 60 दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार तैयार किया गया है।
प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना (एमएमकेवीवाई), नाबार्ड, स्किल इंडिया इम्पैक्ट बॉन्ड (एसआईआईबी), और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई) जैसी सरकारी योजनाओं के साथ भी सहयोग करता है।
वेदांता स्किल स्कूल की हाइब्रिड कक्षाएँ अनुकूल शिक्षण वातावरण प्रदान कर व्यावहारिक और सैद्धांतिक दृष्टिकोण को जोड़ती है। कुल 17 मुख्य संकाय सदस्यों और 15 विजिटिंग संकाय के साथ प्रशिक्षुओं के पास उनकी कौशल विकास यात्रा में सहायता के लिए विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञता और अनुभव तक पहुंच है। वेदांता स्किल स्कूल सफल करियर की शुरुआत करने तथा यह सुनिश्चित करता है कि प्रशिक्षुओं को पोस्ट-प्लेसमेंट ट्रैकिंग के बाद भी समर्थन मिले।
यह कार्यक्रम छात्रों के व्यक्तित्व के व्यापक विकास पर ज़ोर देकर मात्र तकनीकी कौशल से आगे निकल गया है। उनकी तकनीकी क्षमताओं को निखारने के अलावा उनके समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए जीवन कौशल सत्र आयोजित कर संचार, सुरक्षा, विधिक अधिकार और माहवारी स्वास्थ्य जैसे विषयों के महत्व की बताया गया है। इसके अलावा छात्रों को बालको के अनुभवी कर्मचारियों से भी विभिन्न सत्र मिल रहें है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि वेदांता में हम दृढ़ता से मानते हैं कि सतत आजीविका, सामुदायिक विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता की आधारशिला है। हम मानते हैं कि युवाओं के पास छत्तीसगढ़ और भारत के भविष्य को आकार देने की कुंजी है। कौशल और शिक्षा के साथ वे अपनी क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं।
वेदांता कौशल स्कूलों के माध्यम से हमारा लक्ष्य स्थानीय युवाओं को रोजगार योग्य कौशल हासिल करने के अवसर प्रदान कर उनकी वित्तीय सुरक्षा और समग्र विकास सुनिश्चित करना है। बालको समुदाय में हर किसी को उनके जीवन में बदलाव के लिए आवश्यक संसाधनों से लैस करके उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित है।
वेदांता स्किल स्कूल के फूड एंड बेवरेज ट्रेड की प्रशिक्षु अन्नू महानंद ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं व्यापक और व्यावहारिक शिक्षा चाहने वाले किसी भी व्यक्ति को वेदांता स्किल स्कूल में दाखिला लेना चाहिए जो एक सफल करियर का मार्ग प्रदान करेगा। यहां के संकाय सदस्य अनुकूल शिक्षण वातावरण बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं जहां छात्रों को क्षमता का पता लगाने और चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कार्यक्रम प्रत्येक छात्र की सफलता की परवाह के साथ हमेशा मार्गदर्शन और सलाह के लिए हमेशा उपलब्ध है।
इसकी स्थापना के बाद से लगभग 11000 प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है जिससे उन्हें अपने भविष्य के प्रयासों के लिए मूल्यवान कौशल प्राप्त हुए हैं। वित्तीय वर्ष 2023 में 1007 व्यक्तियों को कार्यक्रम से लाभ हुआ जिनमें से प्रभावशाली 59% महिला उम्मीदवार थीं। कुल 76% (765 प्रशिक्षुओं) को तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों सहित भारत भर के प्रतिष्ठित विभिन्न संस्थानों में कार्यरत है।
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