पहचान छिपाकर किराये से रह रहे थे दो नक्सली, घर पहुंची पुलिस तो उड़ गए होश, अधिकारी के यहां काम करता था युवक

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रायपुर/स्वराज टुडे: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार रात को टीम ने कार्रवाई करते हुए दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। नक्सली यहां अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे।

नक्सलियों के रायपुर में होने की भनक पुलिस को नहीं लगी जिसके बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठ रहे हैं। गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान कमला और जग्गू के रूप में हुई है।

बिना पुलिस वेरिफिकेशन के रखा किरायेदार

स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने डीडी नगर इलाके से यह कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि दोनों नक्सली जंगल से भागकर आए थे और रायपुर में किराये के मकान में रह रहे थे। मकान मालिक से भी टीम पूछताछ कर रही है कि बिना आधारकार्ड और परिचय पत्र लिए मकान किराये से क्यों दिया था। दोनों से गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ की जा रही है कि किस मकसद से वह रायपुर में रह रहे थे।

कई अहम दस्तावेज मिले

जानकारी के मुताबिक, कमला और जग्गू ने शादी कर ली थी। यह दोनों बीजापुर के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि युवक ने कई बड़े अफसर के घर ड्राइवर और गार्ड की नौकरी भी की है। रायपुर पुलिस को इंटेलिजेंस के माध्यम से सूचना मिली कि एक महिला पुरुष नक्सलियों के शहरी नेटवर्क में शामिल है। वे लगातार नक्सल संगठन को कई प्रकार की सूचना दे रहे हैं। जिसके बाद आरोपियों को ट्रेस किया गया जिसकी लोकेशन डीडी नगर थाना के चंगोराभाठा में पता चली। पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह नक्सली हैं। टीम को आरोपियों के घर से पुलिस को कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। इन दस्तावेजों को देखकर पुलिस भी शॉक्ड रह गई।

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पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

महिला समेत दो नक्सलियों की गिरफ्तारी ने पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। गंभीर बात यह है कि किरायेदारों की जानकारी पुलिस थाने में जमा करने का आदेश लंबे समय से लागू है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस को संदिग्ध नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई। नक्सली लंबे समय से शहर में रह रहे थे और स्थानीय थाना पुलिस इसके बारे में जानकारी जमा नहीं कर पाई।

गिरफ्तारी की सूचना पर थाना पुलिस और आलाधिकारी भी चौंक गए, क्योंकि उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं थी। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि नक्सली शहर में कितने समय से सक्रिय थे और उनके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।

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दीपक साहू

संपादक

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