नहर में डूब रही थी युवती, देवदूत बनकर आए दो युवकों ने बचा ली जान, पढ़िए पूरी खबर

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मध्यप्रदेश
खरगोन/स्वराज टुडे: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह थाना क्षेत्र में खंडवा रोड पर आम पंचवटी होटल के पास बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा होते-होते टल गया। इंदिरा सागर नहर में डूब रही एक लड़की के लिए दो युवक देवदूत बनकर सामने आए।  उन्होंने स्वेटर और हुडी को रस्सी बनाकर उसे मौत के मुँह से बाहर खींच लाए।

लड़की के लिए देवदूत बनकर आए दो युवक

घटना बुधवार सुबह करीब 11 बजे की है। पीली मिट्टी निवासी दीपेश मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह थाना क्षेत्र में खंडवा रोड पर आम पंचवटी होटल के पास बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा होते-होते टल गया। इंदिरा सागर नहर में डूब रही एक लड़की के लिए दो युवक देवदूत बनकर सामने आए। खास बात यह रही कि यदि रास्ते में ट्रैक्टर न होता और युवक अपना मार्ग न बदलते तो शायद समय पर मदद नहीं पहुंच पाती। जोरदार बात यह रही कि उन्होंने स्वेटर और हुडी को रस्सी बनाकर लड़की का रेस्क्यू किया।

ट्रैक्टर की वजह से बदला रास्ता

दशहरा मैदान निवासी सुजल बेलगोटिया रोज की तरह लोडिंग वाहन से आरओ वाटर की बोतलें और केन बांटने निकले थे। निमाड़ रेसिडेंसी क्षेत्र में सप्लाई के बाद वे मुख्य मार्ग से लौटने वाले थे, लेकिन रास्ते में एक ट्रैक्टर खड़ा होने के कारण उन्होंने नहर किनारे बने कच्चे मार्ग से जाना उचित समझा। यही फैसला एक लड़की की जान बचाने का कारण बन गया।

पापा बचाओ की आवाज सुनाई दी

कच्चे रास्ते पर आगे बढ़ते समय दोनों युवकों को अचानक पापा बचाओ की आवाज सुनाई दी। आसपास देखा तो नहर में एक लड़की बबूल की डाल पकड़कर खुद को डूबने से बचाने की कोशिश कर रही थी। तेज बहाव के कारण वह लगातार पानी में खिंचती जा रही थी।

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स्वेटर और हुडी से किया रेस्क्यू

स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सुजल और दीपेश ने बिना देर किए अपने स्वेटर उतारे और उन्हें आपस में बांधकर रस्सी जैसा बना लिया। एक सिरा सुजल ने मजबूती से पकड़ा, जबकि दूसरा सिरा थामे दीपेश नहर की रपट पर उतर गया। दोनों के साहस और तालमेल से लड़की को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

पापा बचाओ की आवाज सुनाई दी

कच्चे रास्ते पर आगे बढ़ते समय दोनों युवकों को अचानक पापा बचाओ की आवाज सुनाई दी। आसपास देखा तो नहर में एक लड़की बबूल की डाल पकड़कर खुद को डूबने से बचाने की कोशिश कर रही थी। तेज बहाव के कारण वह लगातार पानी में खिंचती जा रही थी।

दोनों अस्पताल लेकर गए

लड़की बाहर निकलते ही बेहोश हो गई और उसके मुंह से झाग सा आने लगा। घटना के बाद युवक घबराई हुई लड़की को तुरंत सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत स्थिर बताई गई। बाद में लड़की वहां से कहीं चली गई।

स्थानीय लोगों ने युवकों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि यह घटना साबित करती है कि कभी-कभी रास्ते में आया एक छोटा सा बदलाव भी किसी की जिंदगी बचा सकता है। दीपेश और सुजल की तत्परता और मानवता आज समाज के लिए मिसाल बन गई है। दीपेश ने कहा कि लड़की की जान बचाकर उसे काफी अच्छा लग रहा है।

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दीपक साहू

संपादक

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