गोल्ड लोन स्कैम मामले में 5 साल बाद आया कोर्ट का फैसला, आरोपी महिला ने नकली सोना गिरवी रखकर ले लिया था लाखों का लोन, नकली सोने की पहचान करने में छूट गए थे बैंक के पसीने

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ग्वालियर/स्वराज टुडे: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने नकली सोना गिरवी रखकर बैंक से लाखों रुपये का लोन ले लिया. बैंक ने तीन बार सोने की जांच कराई, लेकिन हर बार रिपोर्ट सही आई. महिला ने जब एक भी किस्त नहीं भरी, तो एक बार फिर जांच कराई गई, जिसमें खुलासा हुआ कि नकली सोने पर 22 कैरेट की परत चढ़ी हुई है.

इसके बाद बैंक प्रबंधन ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद बैंक कोर्ट पहुंचा, अब पांच साल बाद कोर्ट ने महिला और जांच में लापरवाही बरतने वाले बैंक अफसर व ज्वेलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

जानकारी के अनुसार, ग्वालियर के महाराजपुरा दीनदयाल नगर इलाके में रहने वाली पूनम सिरोलिया ने इंडियन ओवरसीज बैंक की डीडी नगर शाखा से 2.14 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया था. 30 सितंबर 2020 को किए गए आवेदन के बाद बैंक ने अपने अनुबंधित बीपी ज्वेलर्स के मालिक सोमनाथ सोनी से सोने की जांच कराई. सोमनाथ ने गहनों को 22 कैरेट असली सोना बताकर रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट आने के बाद बैंक ने बिना देर किए लोन स्वीकृत कर दिया. पूनम सिरोलिया ने पैसा मिलने के बाद एक भी किस्त जमा नहीं की. बैंक के नोटिस भेजने के बावजूद जब भुगतान नहीं किया गया तो वसूली प्रक्रिया के दौरान गहनों की एक बार फिर जांच कराई गई.

सोने पर थी 22 कैरेट की परत

नई जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि गिरवी रखा गया सोना असली नहीं है. उस पर केवल सोने की मोटी परत चढ़ाई गई थी, वास्तविक गुणवत्ता 16 कैरेट से भी कम थी. यह सामने आते ही बैंक प्रबंधन सकते में आ गया. तत्कालीन बैंक मैनेजर ने इस धोखाधड़ी की शिकायत महाराजपुरा थाने में दर्ज कराई. लेकिन, पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस पर बैंक अधिकारियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया.

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कोर्ट के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज

पांच साल लंबी सुनवाई के बाद आखिरकार अदालत ने महाराजपुरा पुलिस को आदेश दिए कि पूनम सिरोलिया, बीपी ज्वेलर्स और लोन स्वीकृत करने वाले बैंक अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया जाए. कोर्ट के आदेश मिलते ही पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

तीन बार जांच फिर भी असली बताया सोना

इस मामले में सबसे हैरानी बाली बात यह है कि गोल्ड लोन वेरिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान सोने की तीन बार जांच कराई गई. लेकिन, हर बार सोने को असली ही बताया गया. ऐसा कैसे हुआ यह भी जांच का विषय है.

दोबारा जांच की जाएगी

सीएसपी रॉबिन जैन ने बताया कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. अब पूरे मामले की जांच की जा रही है. बैंक से जुड़े सभी दस्तावेज और सोने की रिपोर्ट दोबारा जांची जाएगी.

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दीपक साहू

संपादक

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