
झारखंड
जामताड़ा/स्वराज टुडे: झारखंड के जामताड़ा जिला अंतर्गत मिहिजाम थाना क्षेत्र के बागजोरी गांव में एक 19 वर्षीय युवती ने शादी से 18 दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान तबस्सुम खातून के रूप में हुई है, जिसकी 5 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के कालीपत्थर गांव में शादी होने वाली थी।
घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, हर कोई उत्साहित था, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि तबस्सुम अंदर ही अंदर मौत को गले लगाने की तैयारी कर रही थी।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आत्महत्या करने से पहले उसने अपने मोबाइल फोन पर खुद का वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसकी आखिरी कोशिशों के मंजर कैद हो गए।
घटना के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। तबस्सुम के परिवार के लोग पास में ही अपने नए निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे थे। जब वे लौटे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। किसी अनहोनी की आशंका में दरवाजा तोड़ा गया, तो देखा कि तबस्सुम फंदे से लटकी हुई थी। परिजनों की चीख-पुकार से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। मिहिजाम थाना प्रभारी विवेकानंद दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों को इस आत्महत्या का कारण समझ नहीं आ रहा था, लेकिन जब तबस्सुम का मोबाइल फोन चेक किया गया, तो उसमें एक वीडियो मिला, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया। वीडियो में दिख रहा है कि तबस्सुम छत की कुंडी से गमछा बांधकर फांसी लगाने की कोशिश कर रही है। उसने चार बार कोशिश की, लेकिन हर बार फंदा ठीक से नहीं लग पाया। पांचवीं बार में वह सफल हो गई और कुछ ही सेकंड में उसकी जान चली गई।
तबस्सुम के परिवार के मुताबिक, वह हमेशा खुश रहने वाली लड़की थी। शादी की तैयारियों को लेकर भी वह उत्साहित थी। जिस दिन उसने आत्महत्या की, उस दिन भी उसने घर का पूरा कामकाज निपटाया, दोपहर का खाना खुद बनाया, लेकिन खुद नहीं खाया।
परिजनों ने बताया कि उसे शादी से कोई आपत्ति नहीं थी और न ही उसने किसी तरह का तनाव जाहिर किया था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर उसने यह कदम क्यों उठाया? इस आत्महत्या की असली वजह क्या है, यह अब भी रहस्य बना हुआ है। पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है।
पुलिस ने परिवार, पड़ोसियों और दोस्तों से पूछताछ शुरू कर दी है। मोबाइल के कॉल और चैट रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं कोई मानसिक तनाव, पारिवारिक विवाद या किसी अन्य कारण ने उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर तो नहीं किया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण के बाद ही आत्महत्या के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा।
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