अभिनेत्री जरीन खान का 81 वर्ष की आयु में निधन, बॉलीवुड में शोक की लहर

- Advertisement -

मुम्बई/स्वराज टुडे: प्रसिद्ध इंटीरियर डिजाइनर सुजैन खान की मां और अभिनेता संजय खान की पत्नी जरीन खान (कतरक) का 7 नवंबर 2025 को निधन हो गया। 81 वर्ष की उम्र में उन्होंने मुंबई स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। जरीन लंबे समय से उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रही थीं। उनके निधन की खबर के बाद बॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

अंतिम संस्कार पारसी परंपराओं के अनुसार किया गया

जरीन खान का अंतिम संस्कार हिंदू नहीं, बल्कि पारसी रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया। हालांकि, वह जन्म से एक मुस्लिम पश्तून परिवार से थीं, लेकिन उनकी शादी संजय खान से हुई थी, जो एक पारसी परिवार से संबंध रखते हैं। परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, जरीन खान स्वयं भी पारसी रीति-रिवाजों का पालन करती थीं, और इसी कारण उनके अंतिम संस्कार का निर्णय इसी परंपरा के अनुरूप लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, खान परिवार ने पारसी धर्म की पारंपरिक रस्मों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। यह निर्णय पूरी तरह से पारिवारिक सहमति से लिया गया था।

विवाह के बाद अपनाई पारसी जीवनशैली

जरीन खान ने 1966 में अभिनेता-निर्माता संजय खान से विवाह किया था। शादी के बाद उन्होंने अपने पारिवारिक और सामाजिक जीवन में पारसी परंपराओं को अपनाया। हालांकि उनका मायका मुस्लिम परिवार से था, मगर उन्होंने अपने पति की पारिवारिक आस्था और मान्यताओं का पूरा सम्मान किया। उनकी चार संतानें हैं- सुजैन खान, जायेद खान, सिमोन अरोड़ा और फराह अली खान। सभी बच्चों ने भी पारसी और इस्लामी परंपराओं का सम्मिश्रण अपने जीवन में बनाए रखा है।

यह भी पढ़ें :  छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 12 नवंबर को

बॉलीवुड ने दी श्रद्धांजलि

जरीन खान के निधन की खबर मिलते ही बॉलीवुड की कई हस्तियां श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचीं। शबाना आज़मी, नीलम कोठारी, रकुल प्रीत सिंह और जैकी भगनानी सहित कई सितारों को संजय खान के निवास पर देखा गया। सोशल मीडिया पर भी फैन्स और सेलेब्रिटीज ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

बता दें, जरीन कतरक सिर्फ एक स्टार पत्नी या मां नहीं थीं, बल्कि अपने दौर की जानी-मानी मॉडल और अभिनेत्री भी थीं। उन्होंने 1960 के दशक में फैशन और विज्ञापन उद्योग में अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनकी खूबसूरती और सादगी ने उन्हें उस दौर की शीर्ष मॉडलों की सूची में शामिल किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों से की थी और देव आनंद के साथ साल 1963 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘तेरे घर के सामने’ में नजर आईं। इस फिल्म में उनके अभिनय को खूब सराहा गया।

दीपक साहू

संपादक

- Advertisement -

Must Read

- Advertisement -

Related News

- Advertisement -