मेरठ/स्वराज टुडे: यूपी के मेरठ जिले में कृष्ण नाम के एक शिव पुजारी का भंड़ाफोड़ हुआ है। लेकिन ये पुजारी कोई हिंदू नहीं है बल्कि अपनी पहचान छुपाकर रहने वाला एक मुस्लिम शख्स है जिसका असली नाम कासिम है।
कासिम मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में स्थित शिव मंदिर में पिछले 6 महीनों से कृष्ण बनके रह रहा था। लोगों को गुमराह करने के अलावा कासिम मंदिर में भक्तों के चढ़ाए गए दान की चोरी भी कर रहा था।
आधार कार्ड से खुली पोल
कुछ दिनों पहले से ही लोकल लोगों को कासिम पर शक था और जब गहराई से पूछताछ हुई तो कासिम की असलियत सामने आ गई। उससे पहचान के लिए आधार कार्ड मांगा गया, तो वह पहले तो बहानेबाजी करता रहा। फिर कुछ समय के लिए गांव से गायब हो गया। बाद में अचानक मंदिर में दोबारा आकर रहने लगा। इसी दौरान एक बार फिर उसके व्यवहार पर लोगों को शक हुआ और अंततः उसकी असलियत सामने आ गई।
बिहार में मौलवी है पिता
कृष्ण बन कर सबकी आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पोल पट्टी खुल गई। लोगों में आक्रोश है कि साधु के भेष में अपनी पहचान छुपाकर कासिम ने हिन्दू धर्म को ठेस पहुंचाने का काम किया है। कासिम की उम्र 35 वर्ष है और वह बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला है।
पूछताछ में उसने यह भी स्वीकारा कि उसके पिता का नाम अब्बास है जो कि बिहार में मौलवी हैं। वह दादरी के शिव मंदिर में कृष्ण नाम रखकर पूजा-पाठ करवा रहा था। गुस्साए ग्रामीणों ने उसे पकड़कर दादरी गांव में ही स्थित पुलिस चौकी पर पुलिस को सौंप दिया।
CM योगी ने क्या कहा था?
हर रोज अपनी पहचान छिपा कर लोगों को गुमराह करने की घटनाएं सामने आ रही हैं। होटल के मालिक अपने होटल और ढ़ाबों का नाम बदल कर लोगों को छल रहे हैं। सावन में कावड़ियों का भेष लेकर कुछ लोग कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं तो कोई गेरूआ वस्त्र पहनकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा है। लेकिन इन सब वाकयों से लोग अब जागरूक हो रहे हैं।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कावड़ यात्रा के दौरान मेरठ में पुष्प वर्षा करते हुए यह स्पष्ट किया था कि किसी को भी अपनी पहचान नहीं छुपानी है और कुछ लोग कावड़ियों के भेष में यात्रा को बदनाम करना चाहते हैं। आसपास के लोगों को खुद ऐसे लोगों की निगरानी करनी होगी। पुलिस को कासिम के पास से कुछ सामान बरामद हुआ है जिसकी जांच की जा रही है।
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