छत्तीसगढ़
जांजगीर-चाम्पा/स्वराज टुडे: उच्च अधिकारियों द्वारा अधीनस्थ महिला कर्मचारियों को परेशान करने का ये पहले मामला नहीं हैं । इसके पहले भी कई उच्च अधिकारियों पर गंभीर आरोप लग चुके हैं । जहां महिला कर्मचारी सब कुछ बर्दाश्त करती रहती हैं वहां मामला सामने ही नहीं आता और जहां समझौता करने से इनकार कर देती हैं वहां आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है।
ताजा मामला जांजगीर चांपा जिले से सामने आया है जहाँ कृषि विभाग के उप संचालक ललित मोहन भगत पर विभाग की महिला ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (Rural Agriculture Extension Officer) ने गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि जब से उसकी ज्वाइनिंग हुई है तब से उप संचालक अधिकारी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. उन्होंने दो बार इसकी शिकायत कलेक्टर से की, हालांकि पहली बार मौखिक शिकायत की थी लेकिन अब लिखित शिकायत देकर अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
2018 में नौकरी में आई और 2022 से उप संचालक अधिकारी कर रहे प्रताड़ित
महिला आरईओ ने बताया कि जब से ललित मोहन पदस्थ हुए है मेरी ज्वाइनिंग के दौरान मुझे सिवनी क्षेत्र दे दिए, जो काफी विवादित क्षेत्र है. मैंने अपनी मां के साथ उनसे कई बार निवेदन किया कि मुझे वहां से हटा दिया जाए, लेकिन उन्होंने मेरा क्षेत्र नहीं बदला. वो फील्ड आए थे, उन्होंने कार्यालय आवास मिलने के लिए बुलाया. मैं मिलने नहीं गई. फिर मैं बलौदा में ही कार्यरत थी, वहीं काम कर रही थी. उन्होंने एक बार मेरा एक दिन का वेतन भी रोकने का आदेश निकाला. जिसके डर से उनके कार्यकाल के दौरान जांजगीर ऑफिस नहीं गई. अब जब से दोबारा साल 2024 सितंबर से आए, पहली बैठक के दौरान ही उन्होंने सबके सामने कहा कि इसका अटैचमेंट को समाप्त करूंगा. उसके बाद से वे कागजी कार्रवाई कर रहे हैं.”
महिला आयोग एवं अल्पसंख्यक आयोग से शिकायत
महिला अधिकारी ने आगे बताया कि मेरी मां की तबीयत बहुत खराब है. पिताजी नहीं है. इस वजह से मुझे अटैचमेंट किए ताकि मैं अपनी मां की देखभाल कर सकूं. 17 जनवरी 2025 को संचनालय को लेटर भेजकर मेरा अटैचमेंट रोकने को कह रहे हैं. अब महीने भर पहले संचनालय को फिर लेटर भेजा और पामगढ़ एसडीओ को सैलरी रोकने का आदेश दिया. इसकी शिकायत कलेक्टर से भी की थी. सिर्फ मौखिक रूप से कलेक्टर को बताया था. लेकिन अब फिर से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. इससे मैं परेशान हूं. महिला आयोग और अल्पसंख्यक आयोग में भी शिकायत की हूं. मैं बहुत ज्यादा परेशान हूं. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए.”
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
कृषि विभाग के उप संचालक ललित मोहन भगत के खिलाफ मिली शिकायत को कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए है. कलेक्टर ने कहा कि मामला गंभीर है और महिला कर्मचारी की शिकायत पर महिला अधिकारियों की टीम बनाकर जांच की जाएगी. जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
संगठन ने पीड़िता का साथ देने से किया इनकार
महिला आरईओ ने अपने विभाग के अधिकारी की प्रताड़ना के खिलाफ अकेले हीं मोर्चा खोल दिया है. महिला आरईओ ने अपने ऊपर हुए प्रताड़ना की जानकारी संगठन के लोगों को भी दी और और मदद की गुहार लगाई. लेकिन संगठन के पदाधिकारियों ने भी उप संचालक की पहुंच के आगे अपने संगठन को नहीं ला पाने की बात कहते हुए सहयोग करने से इनकार कर दिया है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली कार ब्लास्ट पर आया मुस्लिम संगठनों का बयान, जानें किसने-क्या कहा ?
यह भी पढ़ें: वॉशरूम में 8वीं के छात्र के साथ मारपीट, प्राइवेट पार्ट में लगी चोट; स्कूल प्रबंधन के खिलाफ FIR दर्ज

Editor in Chief




















