मुम्बई/स्वराज टुडे: एक्ट्रेस साधना शिवदासिनी अपने जमाने में मशहूर अदाकारा थी। इनके चर्चे चारों तरफ थे। ये इतनी फेमस थी कि जब लड़कियां ब्यूटी पार्लर जाती थीं। तो ‘साधना हेयर कटिंग’ की डिमांड करती थीं। उसी दौर में लड़कियां गले में स्कार्फ लगाने लगी थीं। ये सारा ट्रेंड एक्ट्रेस साधाना शिवदासिनी की वजह से ही आया था। ये ऐसी एक्ट्रेस थीं। जिन्होंने काफी कम समय में खूब लोकप्रियता हासिल की थी। इनकी लोकप्रियता उस दौर में काफी थी। लेकिन बाद में इनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे इनकी लाइफ उसी में उलझकर रह गई।
साधना शिवदासिनी एक्ट्रेस करिश्मा कपूर और करीना कपूर की रिश्ते में मौसी लगती थीं। उनकी मां बबीता साधना की चचेरी बहन थीं। लेकिन एक गलतफहमी ने उनके रिश्ते को बिगाड़ दिया था।
बंगाली अभिनेत्री से प्रभावित होकर पिता ने बेटी का नाम रखा ‘साधना’
साधना का जन्म ब्रिटिश इंडिया के कराची (अब पाकिस्तान में) शहर में 2 सितंबर 1941 को हुआ था। इनके बचपन का नाम अंजली शिवदासिनी था। इनके पिता बंगाली एक्ट्रेस साधना बोस के फैन थे। इसलिए जब इनकी उम्र 5 साल की हुई तो इनके पिता ने इसका नाम साधना शिवदासिनी रख दिया।
साधना शिवदासिनी का फिल्मी सफर कैसे शुरू हुआ
एक दिन साधना नौकरी पर गईं थी। तभी उनकी सहेली ने बताया कि राज कपूर की फिल्म श्री 420 की शूटिंग चल रही है, तो वो सहेली के साथ देखने पहुंच गईं। यहां कुछ बैकग्राउंड डांसर की कमी थी, तो मेकर्स ने उन लड़कियों से पूछा जिनमें साधना भी थीं, तो साधना ने हां कह दी। उस डांस के लिए साधना को 1 रुपये बतौर फीस मिली थी। यहां से साधना फिल्मी दुनिया में आने का मन बना लीं और फिर उनका करियर शुरू हो गया।
साधना ने किन-किन फिल्मों में किया काम
साल 1959 में आई लव इन शिमला से साधना ने बॉलीवुड डेब्यू किया। इस फिल्म में उनके साथ जॉय मुखर्जी लीड रोल में नजर आए थे। इसके बाद साधना ने साल 1961 से लेकर 1969 तक कई हिट फिल्में दीं। जिनमें ‘हम दोनों’, ‘असली-नकली’, ‘मेरे महबूब’, ‘वो कौन थी’, ‘वक्त’, ‘मेरा साया’, ‘अनीता’ और ‘इंतकाम’ थी।
साधना को उनकी बहन ने दिया था श्राप
राज कपूर ने साधना को उनकी बहन बबीता को समझाने को कहा था। बबीता कपूर खानदान की बहू नहीं बन सकतीं हैं। क्योंकि अगर उन्होंने रणधीर से शादी की तो उन्हें फिल्मी करियर छोड़ना होगा। साधना जानती थीं बबीता के कई बड़े सपने हैं, तो उन्होंने राज कपूर को समझाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माने। बाद में जब बबीता को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने साधना से पूछा और कहा कि उन्होंने राज कपूर को मनाया क्यों नहीं। इसपर साधना ने उन्हें बेटा कहकर समझाया। लेकिन बबीता ने साधना को गलत समझा और कहा कि वो उनको बेटा ना कहें, कहीं ऐसा ना हो उन्हें मां कहने वाला कोई ना हो। ये बात साधना को बहुत गहरा घाव दे गई और बाद में ऐसा ही हुआ साधना कभी मां नहीं बन पाईं।
साधना अपने आखिरी दिनों में काफी अकेले हो गई थी। फिर एक दिन उसे अचानक तेज बुखार आया। जिसकी वजह से 25 दिसंबर 2015 को उनका निधन हो गया था।
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