छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: अपनी नगद राशि और जेवरात समेत कीमती चीजों की सुरक्षा के लिए उसे बैंक में जमा करना सबसे उत्तम माना जाता है । लेकिन नगद राशि को देखकर अगर बैंक के कर्मचारियों की ही नियत खराब हो जाए तो इसे क्या कहा जा सकता है ।
ताजा मामला कोरबा जिले के इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक का है जहां का कैशियर ग्राहकों के 5 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है और फरार कैशियर की खोजबीन की जा रही है। पुलिस की एक टीम ओडिशा भी भेजी गई थी जो बैरंग लौट आई है।
इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक ने कोरबा समेत रायपुर ,बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ के अलावा कई क्षेत्रों में अपनी शाखाएं खोल रखी हैं और इनके माध्यम से वित्तीय लेनदेन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार कोरबा के सिविल लाइन क्षेत्र में निजी बैंक की शाखा संचालित है।
ग्राहकों के पैसे खाते में जमा नहीं किए
बैंक में कैशियर के पद पर बीरेंद्र गिरना पिछले कई सालों से काम कर रहा है। फील्ड से वसूली का पैसा और ग्राहक का पैसा कैशियर के पास जमा होता है। मैनेजर को लगा कि कैशियर ने पैसे जमा कर दिए होंगे, लेकिन ऑनलाइन चेक करने पैसे जमा ही नहीं हुए थे।
मोबाइल बंद कर हुआ फरार कैशियर
कैशियर ने दूसरे दिन भी पैसे जमा नहीं किए। फोन करने पर मोबाइल बंद दिखा रहा था। बैंक में हिसाब किया गया तो पता चला कि कैशियर लगभग 5 लाख लेकर फरार हो गया है। इसकी शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी गई।
सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना ने बताया कि बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है और कैशियर की तलाश की जा रही है। एक टीम ओडिशा रवाना किया था, जहां से टीम लौट आई है। आरोपी की पतासाजी की जा रही है। बहुत जल्द आरोपी बैंक कैशियर पुलिस की गिरफ्त में होगा।
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