छत्तीसगढ़
सक्ती/स्वराज टुडे:– सक्ती की पुलिस अधीक्षिका अंकिता शर्मा को विगत कई दिनों से सक्ती जिले में ऑनलाईन सट्टा खिलाये जाने की जानकारी मिल रही थी इसी के परिपेक्ष्य में SP महोदया द्वारा जिले के सभी थाना व चौकी प्रभारियों को अपने अपने थाना/ चौकी क्षेत्र में मुखबिर तैनात कर सट्टे पर कड़ी कार्यवाही करने संबंधी निर्देश दिए गए थे।
इसी कड़ी में सक्ती थाना प्रभारी विवेक शर्मा को मुखबिर से सूचना मिली कि सक्ती के राम मंदिर के पास अपने घर मे अंकित अग्रवाल उर्फ कालू सेट्टी मोबाईल के जरिये क्रिकेट सट्टे पर आन लाइन दांव लगवा कर रुपये पैसे का लेनदेन कर रहा है।
मुखबिर की इस सूचना से पुलिस अधिक्षिका महोदय को अवगत करा कर मार्गदर्शन लिया गया और सक्ती ASP रमा पटेल व SDOP श्री मनीष कुंवर के दिशा निर्देश पर सक्ती के राम मंदिर के पास अंकित अग्रवाल उर्फ कालू सेट्टी के घर पर रेड कार्यवाही कर उसे गवाहों के समक्ष गिरफ्तार किया गया।
अंकित अग्रवाल अपने घर में, मोबाइल फोन के माध्यम से लाइन लेकर और id बांटकर सट्टा खिला रहा था। माय डायमंड एक्सचेंज नमक id से इसके सट्टा खिलाने की जानकारी मिली है। इसके अलावा लाइन लेकर सट्टा भी इसके द्वारा खिलाया जा रहा था। पुलिस ने अंकित से सट्टा खिलाने में इस्तेमाल किए जाने वाले 04 मोबाईल फोन, कॉपी, पेन जप्त किए हैं।
एसडीओपी सक्ति मनीष कुंवर ने बताया की, लाइन और id के बारे में आगे विवेचना के दौरान जानकारी ली जाएगी, इसके अतरिक्त बैंक अकाउंट और यूपीआई से हुए ट्रांजैक्शन की भी डिटेल निकलकर आगे इस प्रकरण की जांच की जायेगी। आरोपी अंकित अग्रवाल को छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 07 के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया जा है। पुलिस अधीक्षिका अंकिता शर्मा ने चेतावनी दी है कि सक्ती में सट्टा खिलाने वाले अपनी उल्टी गिनती शुरू कर दें। यदि किसी को सट्टे में संलिप्त पाया जायेगा, तो उसके विरुद्ध कठोर से कठोर कारवाई की जायेगी।
इस करवाई में थाना सक्ति के ASI मथुरा प्रसाद माननेवार, एचसी फलेंद्र मनहर,आर. श्याम गाबेल , सेत्राम पटेल, रूपा लहरे, गोपेश्वर, प्रेम पटेल, घनश्याम टंडन, ब्रजसेन लहरे शैलेंद्र देवांगन, नामदेव का विशेष योगदान रहा।
यह भी पढ़ें: ऐन जयमाला के वक्त पहुंच गया दुल्हन का आशिक, दूल्हे ने शादी से किया इंकार
यह भी पढ़ें: परिजनों की मौत पर जश्न मनाते हैं यहां के लोग, शव को भी नचाते हैं अपने साथ, अजीबोगरीब है ये परंपरा
Editor in Chief