सक्सेस स्टोरी: बंगलुरू में नौकरी छोड़कर मात्र एक लाख में शुरू किया स्टार्ट अप कंपनी, आज है करोड़ो का टर्न ओवर

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बिहार
पूर्णिया/स्वराज टुडे: पूर्णिया के रहने वाले 22 साल के प्रिंस शुक्ला ने लाखों की नौकरी छोड़ अपना बिजनेस शुरू किया. प्रिंस ने अपनी स्टार्टअप कंपनी महज एक लाख रुपये से शुरू की थी. आज उनकी कंपनी का करोड़ों में टर्न ओवर है. जानें प्रिंस शुक्ला की सफलता की कहानी.

पूर्णिया के प्रिंस ने खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी 

बिहार के पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र के नेवालाल चौक के रहने वाले 22 साल के युवा प्रिंस शुक्ला स्टार्टअप कंपनी की शुरुआत कर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं. एक लाख से महज उन्होंने कामकाज की शुरुआत की थी. आज उनकी कंपनी का करोड़ों का टर्नओवर है.पूर्णिया के प्रिंस ने खड़ी की करोड़ों की कंपनी: पूर्णिया के रहने वाले 22 साल के प्रिंस शुक्ला ने बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई पूरी करने के बाद बेंगलुरू स्थित बड़ी कंपनियों में अच्छे पैकेज पर काम किया. मगर बाद में उन्हें गांव की मिट्टी वापस पूर्णिया खींच लाई और फिर उन्होंने अपने पिता और रिश्तेदार से कर्ज लेकर स्टार्टअप की शुरुआत की थी.

मीडिया से चर्चा करते हुए प्रिंस शुक्ला ने कहा कि “स्टार्टअप के बारे में मुझे पढ़ाई करने के दौरान ही ख्याल आया था और पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद इस स्टार्टअप की शुरुआत की. शुरू में कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, लेकिन मेहनत से आखिरकार सफलता मिल ही गयी. मुझे बचपने से बिजनेस करने का ही शौक था. घरवालों का भी पूरा समर्थन मिला. मेरी कंपनी एग्रीकल्चर बेस्ड है. मुझे काफी ऑर्डर भी आ रहे हैं.”

एग्रीकल्चर में स्टार्टअप 

इसी क्रम में पूर्णिया के युवा प्रिंस ने भी एक पहल की हैं जिन्होंने बीएससी एग्रीकल्चर में कोर्स कर अब नया स्टार्टअप शुरू किया है. कृषि में बीएससी का दायरा व्यापक और बहुआयामी है, डिग्री प्रोग्राम छात्रों को विभिन्न कृषि पद्धतियों, तकनीकों और सिद्धांतों की गहरी समझ से लैस करता है. इस चीज का ही फायदा ले प्रिंस ने ये स्टार्टअप शुरू किया और आज अपनी नई पहचान बनाई है. एक तरफ जहां इस स्टार्टअप से इन्हें करोड़ों का मुनाफा हो रहा है वहीं किसानों को भी बहुत ही सहूलियत हो रही है. आज प्रिंस के परिवार को उनपर गर्व है.

एग्रीकल्चर स्टार्टअप से फायदा ही फायदा 

स्टार्टअप से संवार रहे भविष्य: कृषि सदियों से भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है, जो लाखों लोगों को जीविका और आजीविका प्रदान करती है. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी के साथ, कृषि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. भारत में जब से ‘स्टार्टअप इंडिया’ स्कीम प्रधानमंत्री मोदी ने शुरू किया है तब से लेकर आज तक, भारत ने स्टार्टअप की दुनिया मे क्यों महत्वपूर्ण स्थान हासिल किए.

स्ट्रॉबेरी की पैकिंग नौकरी छोड़कर खोली कंपनी 

देश का युवा नयी सोच के साथ अपनी जिंदगी की शुरुआत करने से डर जाता था, वहीं आज स्टार्टअप के क्षेत्र में झंडे गाड़ रहा है. अब भारत में कृषि के क्षेत्र में हर रोज नए स्टार्टअप्स सामने आ रहे हैं. इसका फायदा किसानों को मिल रहा है. कृषि के क्षेत्र में जो भी नए स्टार्टअप्स खुल रहे हैं उन्हें शुरू करने वाले अधिकांश ऐसे युवा हैं जो अच्छी खासी नौकरी छोड़कर आ रहे हैं.

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दीपक साहू

संपादक

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