छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल द्वारा प्रेस क्लब तिलक भवन में प्रेसवार्ता आयोजित की गई और प्रदेश में बढ़ते लव जिहाद व धर्मांतरण के मामले को लेकर चिंता जाहिर करते हुए राज्य सरकार से हिंदू बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त कानून बनाए जाने की अपील की ।
प्रेस वार्ता के दौरान निम्नाकिंत ज्वलंत मुद्दों पर ध्यानकार्षित की गई –
(1) वर्तमान समय में ना केवल कोरबा वरन् पूरे देश में लव जिहाद या रोमियो जिहाद जो एक इस्लामिकफोबिक अप्रमाणित साजिश
सिद्धांत है, जो कि मुस्लिम पुरूषवाादी के माध्यम से इस्लाम में धर्मातंरण के लिए व्यवस्थित रूप से हिंदू स्त्रियो को निशाना बनाते है और मुस्लिम पुरूष हिंदू स्त्रियो को धर्मांतरित करने के लिए प्रेम प्यार का दिखावा धोखे,अपरहण और शाादी जैसे तरीको से
लुभाते है । उनका मानना है कि, इसका उदेदश्य हिदुस्तान के खिलाफ मुस्लिमो द्वारा एक जनसांख्यिकीय युद्ध और अंर्तराष्ट्रीय साजिश के तहत् वर्चस्व स्थापित करना है, और इसके लिए अवैध फंडिग व संगठित तरीके से प्रशिक्षण व मानदेय देकर हिंदू स्त्रियो कों फंसाया जा रहा है ।
(2) कोरबा शहर में काम के तलाश में आस पास के गांवो से व स्थानीय झुग्गी झोपडी में निवासरत् तंग हालातो में दूकानो व व्यावसायिक संस्थानो में कम वेतन पर कार्य कर रही हिंदू युवतियाँ , इनके आसान शिकार बन रहे है, ऐसे संस्थानो में कार्यरत् युवतियो का संपूर्ण डाटा संस्थानो के प्रबंधको से लिया जाए एवं उनके काम छोडने पर इसकी सूचना प्रशासन को देना आवश्यक हो ।
(3) समाचार पत्र में प्रप्रकाशित एक समाचार के अनुसार शहर के बालको, कुसमुंडा, कोरबा सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग हर एक-दो दिन में लड़कियां गायब हो रही हैं। पत्रिका में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 से 2022 के बीच कुल 531लड़के-लड़कियां लापता हुए हैं।
(4) वनांचल क्षेत्रों पसान, पाली और करतला के मजरा तथा टोलो से भी बड़ी संख्या में लड़कियों के गायब होने की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस विवेचना में यह तथ्य भी सामने आया है कि जो लोग काम की तलाश में बाहर जाते हैं, वे प्रायः अपने प्रमाण पत्र (सर्टिफिकेट) साथ लेकर निकलते हैं, जबकि अधिकांश गायब हुए लोग बिना किसी प्रमाण पत्र के ही गुम हो गए हैं।
(5) लड़कियों की गुमशुदगी के पीछे आम तौर पर प्रप्रेम – प्रसंग जैसी धारणाएँ सामने आती हैं। लेकिन यदि ऐसा होता तो आसपास के क्षेत्रों से लड़कों के गायब होने की घटनाएँ भी सामने आतीं। वास्तविकता यह है कि,लड़के नहीं बल्कि अधिकांशतः सिर्फ लड़कियां ही लगातार गायब हो रही हैं। ऐसे में यह बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर लड़कियां किसका शिकार बन रही हैं , छत्तीसगढ़ शासन इस गंभीर समस्या जनजागरण हेतु पर पिछले 10 वर्षों का विस्तृत आंकड़ा स्थानीय प्रशासन द्वारा सार्वजनिक किए जाने का आदेश जारी करे। साथ ही पूरे प्रदेश में व्यापक जन-जागरण अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करना आवश्यक है, ताकि लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और इस चिंताजनक प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
(6) सेवा की आढ में धर्मातंरण/मतांरण का कुटिल खेल ईसाई मिशनरीयो द्वारा चर्च को प्राप्त अवेैध फंडिग से व्यापक तौर पर किया जा रहा है , मिशनरी द्वारा संचालित स्कूलो में 25 प्रतिशत गरीबी रेखा के नीचे के छात्रों के लिए, सरकारी अनुदान प्राप्त होता है, जबकि ईसाई मिशनरीयो को पर्यात फंडिग होते है, जिसका उपयोग वो धर्मातंरण/मतांरण हेतु किया जा रहा है । इनके अनुसार सेवा ही उद्देश्य हेै तो शासन के अनुदान पर रोक लगे ।
(7) धर्म परिवर्तन किसी भी रूप में स्वीकार्य नही है सेवा,प्रलोभन या कुटिल साजिशों कंे द्वारा व धोखे से धर्म परिवर्तन पर कठोर कानून लाकर ऐसे कृत्य में सलिंप्त व्यक्तियो को कठोर से कठोर सजा का प्रावधान किया जा, तथा धर्म परिर्वतन करने वाले हिन्दूओ को आरक्षण से वंचित किया जा, तथा इस तरीके के कृत्य में संलिप्त व्यक्तियो का मतदान का अधिकार भी निलंबित किया जा,। प्रशाासन के स्तर पर सतत् निगरानी की व्यवस्था हो, प्रत्येक जिले में कार्यरत् ,एनजीओ की सघन जांच की व्यवस्था किया जाए ।
(8) कोरबा के जशपुर के सीमावर्ती स्थानो में बडे पैमाने पर मुस्लिमो द्वारा आदिवासी युवती से विवाह कर आदिवासी जमीनो को हडपा जा रहा है मदरसो की व्यापक जांच हो जहो विदेशी घुसपैठियो को द्वारा दिया जा रहा है ताकि जनसंख्यात्मक परिर्वतन किया जा सके,इसी प्रकार ईसाई मिशनरीयो व हिंदू धर्मातंरित ईसाईयो द्वारा आदिवासी जमीनो को ‘षडयंत्र पूर्वक क्रय कर आदिवासी समाज की जमीनो से वंचित किया जा रहा है, ऐसे जमीनो के क्रय में प्रतिबंध लगाया जाए । जो जमीन ली जा चुकी है उस परं बाजार दर से करारोपण किया जाए ।
(9) शासकीय व आदिवासी भूमि पर निर्मित अवैध होम चर्च व सरकारी जमीनो में बने चर्च को सरकार कब्जे में लेकर सामुदायिक भवन का
स्वरूप देकर लोक कल्याण में उपयोग किया जाए।
(10) वर्तमान में बडी संख्या में मुस्लिमो द्वारा मोबाइल रिपेरिंग के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है जिसके माध्यम से हिंदू युवतियो के मोबाइल रिपेरिंग दौरान गलत साफ्टवेयर इंस्टाल कर उनकी निजी जानकारियो को प्राप्त कर ब्लेकमैल कर शारीरिक शोषण किया जा रहा है ऐसे संस्थानो की सतत् निगरानी किया जाना अनिवार्य किया जाए।
फिलहाल में यूपी, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान में कडे कानून का प्रावधान किया गया है जिसके माध्यम से मुस्लिमो व ईसाई मिशनरियो द्वारा विदेशी फंडिंग व संगठित तरीको से धर्मातंरणा/मतांरण हेतु प्रयासो को रोका जा सके ऐसे ही कानून की आवश्यकता छत्तीसगढ़ में भी है अतः छत्तीसगढ़ शासन से इस ज्वलंत विषय की गभीरता को देखते हुए शीघ्र अतिशीघ्र कडे कानून का प्रावधान करे और सनातन संस्कृति व धर्म की रक्षा करे ।

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