अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी परिसर में शिक्षक पर ताबड़तोड़ फायरिंग, मौके पर मौत

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उत्तरप्रदेश
अलीगढ़/स्वराज टुडे: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षक की बेरहम तरीके से हत्या कर दी गई। इसका सीसीटीवी फुटेज अब सामने आया है। वीडियो में हमलावर शिक्षक पर गोलियां बरसाते नजर आ रहे हैं। जिस जगह पर शिक्षक की हत्या की गई वहीं, पास में ही सीसीटीवी लगा था, जिसमें सारी घटना कैद हो गई।

फुटेज में साफ दिख रहा है कि हमलावरों ने शिक्षक को जमीन पर गिरा दिया, फिर उनके ऊपर गोलियों की बौछार कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक चार गोलियां खोपड़ी व एक बाजू के पास लगी, जिन्होंने दिमाग व खोपड़ी को छलनी कर दिया। इसके अलावा कोहनी पर भी दो जगह गोली छूकर निकलने जैसे निशान हैं।

परिजनों ने दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें एक बदमाश शिक्षक के गिरने के बाद भी लगातार गोलियां मारता नजर आ रहा है। पुलिस की चार टीमें इनकी तलाश में जुटी हैं। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अमीरनिशा रोड स्थित खयावान हिलाल (कोठी राधा वीडी) हसन मंजिल निवासी दानिश राव एएमयू के एबीके ब्याज हाईस्कूल में कंप्यूटर टीचर थे। बुधवार रात को रोज की तरह टहलने के लिए घर से निकले थे। साथ में दो अन्य शिक्षक इमरान व गोलू भी थे। करीब पौने नौ बजे कैनेडी हॉल के पास स्कूटी पर आए नकाबपोश बदमाशों ने दानिश के पास आकर कहा कि अब तू पहचानेगा मैं कौन हूं। इसके बाद पिस्टल से गोलियां बरसा दीं और हवाई फायरिंग करके दहशत फैलाते हुए फरार हो गए।

कई पत्र लिखे, अपराधियों की सूची सौंपी, मगर नहीं रुके बाहरी

देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शामिल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सरेराह शिक्षक की हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था को घेरे में खड़ा कर दिया है। सबसे बड़ा सवाल है कि ये घटना अचानक नहीं हुई। इससे पहले भी एएमयू में हत्याएं हो चुकी हैं। इसी साल मार्च में एक छात्र को गोली मारी गई थी। वहीं, मारपीट व फायरिंग की घटनाएं तो मानो आम हो गई हैं। इस सुरक्षा पर चिंता जताते हुए पुलिस की ओर से कई बार एएमयू प्रशासन को पत्र लिखे गए। कहा कि सुरक्षा बढ़ाई जाए। उन अपराधियों की सूची तक थमाई, जो छात्र या पूर्व छात्र हैं। उनकी हिस्ट्रीशीटर तक खुली हुई है। लेकिन, कोई बदलाव नहीं हुआ। धड़ल्ले से बाहरी तत्व कैंपस में प्रवेश कर रहे हैं। अब इस घटना के बाद फिर से औपचारिक सुरक्षा बढ़ाई गई है।

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एएमयू कैंपस में दाखिल होने के दो प्रमुख रास्ते हैं। यहां एएमयू की सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। पुलिस की मौजूदगी अंदर नहीं होती। इन दोनों रास्तों पर लचर चेकिंग व्यवस्था होने के चलते कोई भी व्यक्ति प्रवेश कर जाता है। इसके अलावा कई जगहों से बाउंड्रीवॉल टूटी हुई हैं, जहां से बाहरी तत्व प्रवेश करते हैं। होस्टलों में बाहरियों का जमावड़ा रहता है। इसके चलते कैंपस में रंगबाजी व गुटों के टकराव की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अक्सर वर्चस्व की लड़ाई में मारपीट तो फायरिंग तक हो चुकी हैं। पुलिस की ओर से कई बार सुरक्षा के संबंध में एएमयू प्रशासन को पत्र लिखा जा चुका है। कहा गया कि कैंपस में सुरक्षा पुख्ता की जाए। गेट्स पर निगरानी बढ़ाई जाए। यही नहीं, पूर्व में अपराधों में शामिल रहे आरोपियों, गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीटरों की सूची उनको दी गई है। लेकिन, सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं हुआ। इसी का नतीजा है कि अपराधी कैंपस में घुसे और गोली मारकर फरार हो गए। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि सुरक्षा के संबंध में पुलिस की ओर से एएमयू प्रशासन को पत्राचार किया गया है। मौखिक रूप से भी बातचीत की जा रही हैं। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक का कहना है कि एएमयू के शिक्षक की हत्या में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश में चार टीमें लगा दी गई हैं। कैमरे देखे जा रहे हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

रिकॉर्ड में कई छात्रों का आपराधिक इतिहास

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कई छात्र ऐसे हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। शोध कर रहे छात्र पर छह मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस की ओर से ये भी कहा गया कि दाखिला लेने के दौरान देखा जाए कि किसी छात्र पर मुकदमा तो नहीं है।

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दो गुटों में फायरिंग में कर लिया समझौता

सात नवंबर की शाम को एएमयू कैंपस के बास्केटबॉल ग्राउंड में खेलने के दौरान छात्रों के दो गुटों में विवाद हो गया था। इसमें एक गुट के युवक ने पिस्टल कॉक करके हवा में लहराई और फायरिंग तक की। हैरानी की बात थी कि घटना के बाद प्रॉक्टोरियल मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों में समझौता हो गया। पुलिस को कोई सूचना ही नहीं दी गई। दो दिन बाद फायरिंग का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने अपनी ओर से मुकदमा लिखकर आरोपी को जेल भेजा। अक्सर देखने में आया है कि पहले आपसी गुटबाजी में मुकदमे कराए गए। बाद में उनमें समझौता कर दिया। इसलिए पुलिस ने इस बार अपनी ओर से मुकदमा लिखा।

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दीपक साहू

संपादक

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