संबलपुर/स्वराज टुडे: पश्चिम ओड़िशा के बऊद जिला में मोटर वाहन निरीक्षक (MVI) के रुप में पदस्थ गोलापचंद्र हांसदा के पास करोड़ों की चल- अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। यह खुलासा विजिलेंस की अलग-अलग टीम ने उनके छह ठिकानों की तलाशी लेने के बाद किया है।
बताया गया है कि अपने करीब 34 वर्ष के सरकारी नौकरी के दौरान गोलापचंद्र ने अपनी आय से अधिक की यह संपत्ति अर्जित की है। विजिलेंस के सूत्र के अनुसार, आय से अधिक की संपत्ति होने की शिकायत मिलने के बाद रविवार को विजिलेंस की टीम ने उसके बऊद, बारीपदा और भुबनेश्वर के छह ठिकानों की तलाशी शुरु करते हुए उसके पास आय से अधिक की संपत्ति होने का खुलासा किया।
यह संपत्ति गोलापचंद्र और उसके परिवार के सदस्यों के नाम है, जिसमें मयूरभंज जिला बारीपदा के प्रफुल्लनगर में दो मंजिला भवन, मयूरभंज जिले के बारीपदा और बालेश्वर जिले के श्रीवंतपुर में 44 कीमती प्लॉट और 2 लाख 38 हजार 725 रूपए की नकदी शामिल है। इसके अलावा बैंक, डाकघर और बीमा कंपनियों में 1 करोड़ 10 लाख रूपए जमा हैं।
वहीं, करीब 500 ग्राम सोने के आभूषण (50- 50 ग्राम के सोने के दो बिस्किट) और ढाई किलो चांदी के आभूषण, एक हुंडई क्रेटा कार और तीन दोपहिया वाहन समेत लाखों के घरेलू उपकरण का खुलासा हुआ है। जबकि बेटी की डॉक्टरी पढ़ाई के लिए 40 लाख रूपए खर्च करने का खुलासा हुआ है। इसके अलावा, एक डायरी भी मिला है, जिसनें रूपए लेन देन का ब्यौरा है।
गोलापचंद्र हांसदा का नौकरी जीवन 18 अप्रैल 1991 में शुरु हुआ था। तब से लेकर अब तक वह संबलपुर, बरगढ़, सुंदरगढ़, देवगढ़, मयूरभंज और बऊद जिला में विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया। वर्तमान वह बऊद जिला में मोटर वाहन निरीक्षक के पद पर कार्यरत रहते समय विजिलेंस की पकड़ में आया।
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