Featuredदेश

करोड़ों की संपत्ति और पिता केंद्रीय मंत्री, फिर भी बेच रहे सब्जी,भाजपा नेता के बेटे की सच्ची कहानी

मध्यप्रदेश
ग्वालियर/स्वराज टुडे: जब पिता केंद्रीय मंत्री हो और उनकी संपत्ति करोड़ों रुपए की है तो बच्चों को काम करने की क्या जरूरत है? ऐसा प्रश्न मन में आना स्वाभाविक है। हम आमतौर पर मानते हैं कि धनी परिवारों के बच्चे अपने माता-पिता द्वारा अर्जित धन को बर्बाद कर देते हैं।

हालाँकि, ये कथन हर बार सत्य नहीं होता। क्योंकि कुछ बच्चे कुछ करके अपना साहस दिखाना चाहते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण प्रकाश में आया है।

ये युवक कोई आम आदमी नहीं है बल्कि ग्वालियर के राजघराने में जन्मा है। पिता के केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद बेटे ने अपनी अलग पहचान बनाई है। अपने पिता का व्यवसाय संभालने के बजाय उन्होंने अपना स्वयं का सब्जी बेचने का व्यवसाय खड़ा कर लिया है। वह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र हैं।

मेहनत देखने के बाद जनता कर रही है सलाम

ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। करोड़ों रुपए की संपत्ति होने के बावजूद महाआर्यमन सिंधिया सब्जी बेचने का काम कर रहे हैं। महाआर्यमन ने 2021 में एक दोस्त के साथ मिलकर MyMandi नाम से स्टार्टअप शुरू किया। वह माईमंडी के सह-संस्थापक हैं। शुरुआती दिनों में महाआर्यमन खुद सुबह-सुबह बाजार जाते थे और ताजे फल और सब्जियां खरीदकर अपने ऐप के जरिए लोगों तक पहुंचाते थे। माईमंडी एक ऑनलाइन एग्रीगेटर है जो फलों और सब्जियों की आपूर्ति करता है।

दरअसल, कंपनी बड़ी मात्रा में सब्जियां खरीदकर लोगों तक पहुंचाने का काम करती है। इस स्टार्टअप से कई किसान जुड़ चुके हैं। फिलहाल यह बाजार पांच शहरों में है। बता दें कि भाजपा नेता के बेटे की मेहनत देखकर जनता उनको सलाम कर रही है।

यह भी पढ़ें :  50 नक्सली, 12 घंटे तक एनकाउंटर, 31 मारे गए.... बीजापुर Encounter की इनसाइड स्टोरी, लाल आतंक के ताबूत में एक और कील

यह भी पढ़ें: कुएं में लाशें ही लाशेंः भीषण हादसा..कांप उठे लोग-एक डूबा, बचाने के चक्कर में 8 की मौत!

यह भी पढ़ें: हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने की मियाद हुई खत्म-अब की जाएगी सख्त कार्यवाही, 2019 से पहले वाले वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य

यह भी पढ़ें: नरेंद्र मोदी के बाद ये तीन नेता बन सकते हैं देश के प्रधानमंत्री, ग्रह नक्षत्र बना रहे इन्हें प्रबल दावेदार

Deepak Sahu

Editor in Chief

Related Articles

Back to top button