नई दिल्ली/स्वराज टुडे: जेएनयू देश के टॉप विश्वविद्यालयों में से एक है । बेशक, इस यूनिवर्सिटी से एक से बढ़कर एक दिग्गज गढ़कर निकले हैं। एस जयशंकर, निर्मला सीतारमण, अमिताभ कांत, संजय बारू, अभिजीत बनर्जी, अरविंद गुप्ता… फेहरिस्त लंबी है । लेकिन, बीते कुछ समय में अलग-अलग विचारधाराओं वाले छात्रों के गुटों के बीच संघर्ष के चलते जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की छवि पर आंच आई है।
JNU का विवादों से गहरा नाता
आतंकी अफजल की बरसी पर 2016 में इसी यूनिवर्सिटी में ‘भारत तेरे टुकडे़ होंगे’ के नारे लगे। फिर 5 अगस्त 2019 को जब आर्टिकल 370 को हटाया गया तो कैंपस के अंदर से अलगाववादी सुर सुनाई दिए । लेकिन अब उम्मीद की जानी चाहिए कि छात्र संघ चुनाव में ABVP का परचम लहराने के बाद परिस्थितियां बदलेंगी ।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में छात्रसंघ चुनाव (JNUSU) 2024-25 ने इतिहास रच दिया है. रविवार 27 अप्रैल 2025 को चल रही मतगणना में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने वामपंथी गढ़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 42 में से 23 काउंसलर सीटें जीत ली हैं.
सेंट्रल पैनल के 2,875 वोटों की गिनती के बाद ABVP चारों प्रमुख पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पर बढ़त बनाए हुए है. यह पहली बार हो सकता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध ABVP JNU में सेंट्रल पैनल की सभी सीटें जीत ले. जहां चार दशकों से वामपंथी संगठनों का दबदबा रहा है.
ABVP की ऐतिहासिक जीत
ABVP ने स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में 25 साल बाद जीत हासिल की और स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में बड़ी सफलता दर्ज की. इसके अलावा, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में चारों सीटें और स्कूल ऑफ संस्कृत एंड इंडिक स्टडीज में तीन सीटें जीतकर ABVP ने अपनी ताकत दिखाई. अन्य जीत में स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन, और स्पेशल सेंटर फॉर नैनो साइंस शामिल हैं. यह किसी भी छात्र संगठन द्वारा JNU में जीती गई सबसे अधिक काउंसलर सीटें हैं.
सेंट्रल पैनल में ABVP की बढ़त
शुरुआती रुझानों में ABVP के उम्मीदवारों ने सेंट्रल पैनल पर मजबूत पकड़ बनाई है-
अध्यक्ष: शिखा स्वराज (756 वोट)
उपाध्यक्ष: निट्टू गौतम (710 वोट)
महासचिव: कुणाल राय (832 वोट)
संयुक्त सचिव: वैभव मीणा (823 वोट)
यूनाइटेड लेफ्ट के नितीश कुमार (579 वोट) और बिरसा अंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (BAPSA) के उम्मीदवार भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं लेकिन ABVP की बढ़त बरकरार है.
मतगणना और विवाद
25 अप्रैल 2025 को हुए इस चुनाव में 7,906 पात्र छात्रों में से करीब 70% ने मतदान किया. 17 मतदान केंद्रों पर दो चरणों में वोटिंग हुई. जिसमें AISA-DSF गठबंधन, SFI, NSUI-फ्रैटर्निटी गठबंधन, और ABVP ने पूर्ण पैनल उतारे. कुछ छात्र संगठनों ने मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. लेकिन चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने कहा मतगणना पूरी तरह पारदर्शी है. अंतिम परिणाम 28 अप्रैल तक घोषित होने की उम्मीद है.

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