उत्तरप्रदेश
शामली/स्वराज टुडे: शामली जिला अंतर्गत थानाभवन क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर स्थित एक शनि मंदिर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। यहां दो वर्षों से बाबा बंगाली उर्फ बालकनाथ के नाम से रह रहे एक व्यक्ति को पुलिस ने फर्जी पहचान और धार्मिक छल के आरोप में गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान इमामुद्दीन अंसारी (55 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पश्चिम बंगाल के जिला अलीपुरद्वार स्थित कालचीनी का निवासी है। वह बीते दो साल से मंटी हसनपुर गांव के शनि मंदिर में रहकर खुद को हिन्दू संत बालकनाथ के रूप में पेश कर रहा था और पूजा-पाठ कर श्रद्धालुओं को भ्रमित कर रहा था।
ग्रामीणों की सूचना पर खुला मामला
मामले का खुलासा तब हुआ जब गांव के कुछ लोगों को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ। उन्होंने स्थानीय पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसकी पहचान और दस्तावेजों की जांच की। पूछताछ में सामने आया कि वह न तो हिंदू है और न ही उसका संत समुदाय से कोई लेना-देना है।
मंदिर में छिपकर रह रहा था इमाम
पुलिस के अनुसार, इमामुद्दीन अंसारी अपनी असली पहचान छिपाकर धार्मिक आस्था का सहारा लेकर मंदिर में ठिकाना बनाए हुए था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह बंगाल से आकर यहां बाबा बनने का नाटक कर रहा था। हालांकि, उसकी मंशा और नेटवर्क की जांच अब विस्तार से की जा रही है।
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की आशंका
मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में यदि यह पाया गया कि आरोपी की मंशा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने या धर्मांतरण से जुड़ी थी, तो उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) जैसी कड़ी धाराएं भी लगाई जा सकती हैं।
पुलिस का बयान
थानाभवन थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया, “गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान इमामुद्दीन अंसारी के रूप में हुई है, जो दो साल से मंदिर में रहकर लोगों को धोखा दे रहा था। उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।”
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