छत्तीसगढ़
मुंगेली/स्वराज टुडे: स्वच्छता के नाम से कई सारी योजनाएं चलाई जाते हैं जिनमें जनपद पंचायत के माध्यम से करोड़ों रुपए खर्च की जाती है, जिसका उद्देश्य है गलियों सड़कों तथा कार्यालय को साफ सुथरा रखना, ब्लाक स्तर पर स्वच्छता को बनाए रखना है, लोगों को जागरूक करने की पूरी जवाबदारी जनपद पंचायत की रहती है परन्तु आशाओं एवं उद्देश्यों के विपरीत मुंगेली जनपद पंचायत कार्यालय खुद गंदगी से सराबोर है। ऐसी स्थिति मे स्वच्छता की कैसे कल्पना कर सकते हैं जनपद पंचायत कार्यालय में इन दिनों गंदगी का आलम बना हुआ है।
जनपद पंचायत स्वच्छ भारत के अंतर्गत ऐसे कई सारे अभियान चलाए जाते है। जिसका उद्देश्य है गलियों सड़कों तथा कार्यालय को साफ सुथरा रखना, ब्लाक स्तर पर स्वच्छता को बनाए रखना है, लोगों को जागरूक करने की पूरी जवाबदारी जनपद पंचायत की रहती है परन्तु आशाओं एवं उद्देश्यों के विपरीत जनपद पंचायत कार्यालय खुद गंदगी से सराबोर है। ऐसी स्थिति मे आम जनता को जागरूक करना शासन की मंशा पर पानी फेरता नजर आ रहा है।
जनपद पंचायत का मुख्य कार्यालय जिस पर लगभग 120 ग्राम पंचायतों की स्वच्छता की जवाबदारी है वह इस समय अपनी ही व्यथा पर रोता नजर आ रहा है। शौचालय साफ सफाई नहीं होने के कारण कर्मचारियों को मजबूरन बाहर या जुगाड में शौच के लिए जाना पड़ता है। वही जनपद पंचायत कार्य पालन अधिकारी राजीव तिवारी ने बताया कि हमारे पास कोई फंड नहीं है । आएगा तो मरम्मत व सफाई करा देंगे।
उधर कलेक्टर कुंदन कुमार ने अधिकारी कर्मचारी को सख्त हिदायत दी है कि आफिस के आसपास या आफिस के अंदर चौक चौराहों पर किसी तरह की गंदगी नहीं होना चाहिए। यदि गंदगी को लेकर कहीं कोई शिकायत मिलती है तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।
*दिलीप कुमार की रिपोर्ट*
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