छत्तीसगढ़
सक्ती/स्वराज टुडे: जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश सेवक के निधन की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी हुई मृत्यु से न केवल अधिवक्ता जगत बल्कि समाज के सभी वर्गों में गहरी पीड़ा व्याप्त हो गई है।
अधिवक्ता नरेश सेवक जी ने अपने जीवनकाल में हमेशा न्याय और सत्य के पथ पर चलते हुए गरीब एवं वंचित वर्गों की आवाज को न्यायालय तक पहुँचाया। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। वे एक सजग समाजसेवी भी थे और समाज में सद्भावना, भाईचारा तथा शिक्षा के प्रसार में सदैव अग्रणी भूमिका निभाते रहे। मेरे पिताजी स्व. राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह जी बहुत करीबी थे।उनके निधन पर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं और अधिवक्ताओं ने शोक व्यक्त किया है।
इसी क्रम में राजा धर्मेंद्र सिंह( जिला पंचायत सदस्य, सभापति सक्ती ) ने गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि अधिवक्ता नरेश सेवक जी का जाना पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने कार्यकाल में सच्चाई और न्याय की लड़ाई लड़ी और सदैव समाजहित को प्राथमिकता दी। उनका सरल व्यक्तित्व और मिलनसार स्वभाव सभी को प्रेरित करता था। हम सभी ने एक नेक, ईमानदार और संवेदनशील व्यक्तित्व को खो दिया है।
राजा धर्मेंद्र सिंह ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सबलोग सेवक परिवार के साथ खड़े है। उन्होंने भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार को इस गहन दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। अधिवक्ता नरेश सेवक जी का जाना न केवल अधिवक्ता परिषद के लिए बल्कि पूरे समाज, क्षेत्र के लिए बड़ी क्षति है। उनके आदर्श सदैव हम सबको को मार्गदर्शन करते रहेंगे।

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