गाजीपुर/स्वराज टुडे: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पति-पत्नी के प्यार की मिशाल देखने को मिली। यहां पति की मौत के बाद पत्नी ने सारे सामाजिक बंधन तोड़कर अपने प्यार को अंतिम विदाई थी, जिसे हर कोई देखता रह गया। इसके बाद ये घटना चर्चा का विषय बन गई।
संदिग्ध परिस्थितियों में गिरने से हो गई थी अखिलेश कुशवाहा की मौत
रेवतीपुर सुहवल गांव के रहने वाले अखिलेश कुशवाहा (48) का शव उनके गांव आया। वह दिल्ली में एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। संदिग्ध परिस्थितियों में गिरने से मृत्यु हो गई थी।
इसके बाद सड़क मार्ग से एंबुलेंस से शव गांव पहुंचा। शव के घर पहुंचते ही पत्नी रिंकू देवी और परिजनों में चीख-पुकार मच गई। रोते-बिलखते परिजनों को सांत्वना देने के लिए आस-पास के लोग जुटे, पर आंसुओं का सैलाब थमने का नाम नहीं लिया। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। अखिलेश का अंतिम दाह-संस्कार मेदनीपुर श्मशान घाट पर गंगा किनारे किया गया।
पति की अर्थी को दिया कंधा
परंपराओं को तोड़ते हुए पत्नी रिंकू ने पति को कंधा दिया। वहीं बेटे छोटू ने पिता को मुखाग्नि दी। इस दृश्य ने सभी की आंखें नम कर दीं और माहौल गमगीन हो गया। मृतक के बड़े भाई और अधिवक्ता लालू कुशवाहा ने बताया कि सात भाइयों में अखिलेश सबसे छोटे थे। दिल्ली में नौकरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। एक दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर ड्यूटी जाते समय अचानक गश खाकर गिर पड़े सिर में गंभीर चोट लगी। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दिल्ली पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा।
लालू ने बताया कि अखिलेश को एक बेटा छोटू और बेटी छोटी है। दोनों पढ़ाई कर रहे हैं। अखिलेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर छठ पूजा में शामिल होने की बात कही थी पर नियति को कुछ और मंजूर था।
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