इजरायल संग छिड़ी जंग के बीच ईरान ने खोला एयरस्पेस, 1000 भारतीय छात्र लौटेंगे वतन, जानिए ईरान में कितने भारतीय

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नई दिल्ली/स्वराज टुडे: ईरान-इजरायल जंग के बीच भारत ने ऑपरेशन सिंधु तेज कर दिया है. इसी के तहत ईरान ने अपने बंद (एयर स्पेस) हवाई क्षेत्र को खास तौर पर भारतीय उड़ानों के लिए खोल दिया है.

ईरानी शहरों में फंसे कम से कम 1,000 भारतीय छात्रों के ऑपरेशन सिंधु के तहत अगले दो दिनों में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. पहली उड़ान शुक्रवार (20 जून, 2025) को रात 11:00 बजे नई दिल्ली पहुंची. दूसरी और तीसरी फ्लाइट शनिवार को एक सुबह और दूसरी शाम को आने की उम्मीद है.

भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत

इजरायल और ईरानी सेना के बीच चल रहे मिसाइल और ड्रोन हमलों के चलते ज्यादातर ईरानी एयर स्पेस अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बंद कर दिए गए हैं. हालांकि, इसके बावजूद भारत को अपने छात्रों को निकालने के लिए एक विशेष गलियारा दिया गया है.

ईरानी विदेश मंत्रालय भारतीय मिशन के संपर्क में
भारत ने बुधवार (18 जून, 2025 ) को ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू करने की घोषणा की, क्योंकि ईरान का इजरायल के साथ संघर्ष कम होने की बजाए दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में ईरानी दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि कुछ छात्रों के घायल होने के बाद ईरानी विदेश मंत्रालय तेहरान में भारतीय मिशन के साथ संपर्क में है.

ईरान में कितने भारतीय हैं ?

ईरान में 4,000 से ज़्यादा भारतीय नागरिक रह रहे हैं और उनमें से आधे छात्र हैं. विदेश मंत्रालय की आधिकारिक ब्रीफिंग के अनुसार इस हफ़्ते की शुरुआत में उत्तरी ईरान से 110 भारतीय छात्रों को निकाला गया और सड़क मार्ग से आर्मेनिया के येरेवन पहुंचाया गया.

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तेहरान और येरेवन में भारत के मिशनों के बीच बेहतर तालमेल के चलते छात्रों को निकालने मेंं कामयाबी मिली. येरेवन से 18 जून को एक विशेष उड़ान में सवार होकर भारतीय छात्र 19 जून की सुबह नई दिल्ली पहुंचे.

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दीपक साहू

संपादक

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