दर-दर की ठोकर खा रहे किसान, 35 दिनों से लगा रहे करतला तहसील के चक्कर, बिना मौके पर गए पटवारी ने धान फ़सल को बता दिया मूंगफली !

- Advertisement -

छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: किसानों को अपना हितैषी बताने वाली राज्य सरकार किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए गंभीर नहीं है। दर-दर भटकने को मजबूर किसान अपने मेहनत से उपजाए धान की बिक्री हेतु तहसीलों के चक्कर काट रहे है वही तहसीलदार, पटवारी से लेकर सभी जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन करने से बच रही है। पटवारियों द्वारा किए गए गिरदावरी में इतनी बड़ी त्रुटि होने से किसानों का जीना मुश्किल हो गया है। मामला करतला तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत नवापारा (चैनपुर) एवं घिनारा का है।

IMG 20251209 WA00051

नवापारा (चैनपुर) से रामप्रसाद पटेल 35 दिनों से लगा रहे तहसील के चक्कर !

IMG 20251209 WA00041

करतला तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत नवापारा चैनपुर निवासी रामप्रसाद पटेल ने बताया कि उनके पास मौजूद पर्ची में प्रत्येक वर्ष वो 5.80 एकड़ भूमि में धान की फ़सल लगाते है। इस वर्ष हुए गिरदावरी में पटवारी द्वारा त्रुटिपूर्ण जानकारी दर्ज़ करते हुए महज़ एक एकड़ में ही धान का फ़सल दर्शाया जबकि बाकी बचे हुए 4.80 एकड़ भूमि को धान लगे रहने के बावजूद उसमें मूंगफली फ़सल दर्शा दिया गया। परेशान किसान रामप्रसाद ने जिला कलेक्टर सहित तहसीलदार, पटवारी, मंडी समिति सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों के पास शिकायत किया परन्तु आज तक उसका निराकरण नहीं हुआ जिससे किसान और उसका पूरा परिवार करतला तहसील के चक्कर काट- काट कर परेशान है। किसान ने बताया कि लगभग 35 दिनों से वो करतला तहसील के चक्कर लगा रहा है। दोबारा गिरदावरी रिपोर्ट पटवारी द्वारा तहसील में जमा कर दिया गया फिर भी फ़सल विवरण में सुधार नहीं हो रहा है जिससे समर्थन मूल्य पर धान बिक्री से वो वंचित हो रहे है।

यह भी पढ़ें :  गुरु घासीदास उपनगर के तत्वाधान में डॉ सुधा त्रिवेदी द्वारा लाइफ सपोर्ट का दिया गया प्रशिक्षण, बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने लिया हिस्सा

घिनारा से छत्रपाल सिंह राठिया भी रोज लगा रहे करतला तहसील के चक्कर !

IMG 20251209 WA00071

ग्राम घिनारा निवासी छत्रपाल सिंह राठिया ने बताया कि का कुल 15.50 एकड़ भूमि है जिसमें धान लगाया गया है जबकि गिरदावरी रिपोर्ट में 7 एकड़ भूमि में अन्य फ़सल दिखाया जा रहा है। जब दोबारा मौका जांच हुआ तो पटवारी ने पाया कि मौके पर धान की फसल है। अब किसान द्वारा कई बार तहसील में आवेदन देने के बाद भी फसल विवरण नहीं सुधारा गया और करतला तहसील के चक्कर एक माह से काटने पर छत्रपाल सिंह राठिया विवश है। किसान का परिवार धान बिक्री में आ रही समस्या के चलते परेशान है।

यह भी पढ़ें: खनिज अधिकारी ने एक चपरासी को बना दिया चौकी प्रभारी, अब रात के अंधेरे में धड़ल्ले से हो रही अवैध वसूली

यह भी पढ़ें: OMG: बिहार के सीतामढ़ी में 8000 HIV मरीज, अब 400 से ज्यादा नाबालिग बच्चे भी संक्रमित

यह भी पढ़ें: थाना प्रभारी आत्महत्या मामले में नया एंगल, अपनी शादी से ठीक पहले महिला सिपाही ने की थी ये डिमांड…टीआई ने किया इनकार तो..

दीपक साहू

संपादक

- Advertisement -

Must Read

- Advertisement -

Related News

- Advertisement -