छत्तीसगढ़
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/स्वराज टुडे: जिला अस्पताल इन दिनों बदहाली और गुंडागर्दी का अड्डा बनता जा रहा है। अस्पताल के प्रबंधक योगेंद्र कश्यप पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वे रात के समय शराब के नशे में अस्पताल का निरीक्षण करते हैं और इस दौरान कर्मचारियों के साथ बदसलूकी, गाली-गलौच और मारपीट जैसी हरकतें करते हैं।
बीते रात की घटना ने अस्पताल की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रबंधक योगेंद्र कश्यप ने नशे की हालत में अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों के साथ साथ विधायक प्रतिनिधि शीनू राव से भी खुलेआम झगड़ा और मारपीट की। इस घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उनके पिता, जो अस्पताल में मरीज बनकर भर्ती थे, वे भी अचानक सक्रिय होकर मारपीट में शामिल हो गए। सीसीटीवी फुटेज में यह साफ देखा जा सकता है कि उनके पिता बिल्कुल स्वस्थ नजर आ रहे हैं और हाथापाई में भाग लेते हैं।
दिन में वही प्रबंधक अस्पताल परिसर में फैली गंदगी और अव्यवस्था से पूरी तरह आंखें मूंदे रहते हैं। जिन जगहों पर मरीजों के परिजन बैठकर खाना खाते हैं, वहीं गंदगी का ढेर लगा हुआ है। साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नजर नहीं आती, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इन बुनियादी समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है और सभी प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे गैर-जिम्मेदार और दबंग प्रबंधक पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि अस्पताल सेवा का स्थल है, न कि शराबी प्रबंधकों की दबंगई का मंच।
अब सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस मामले को गंभीरता से लेकर दोषियों पर कार्रवाई करेगा या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?
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