
नई दिल्ली/स्वराज टुडे: . स्टार्टअप और बिजनेस के दौर में भी बड़ी संख्या में युवा नौकरी कर रहे हैं. इंजीनियर, डॉक्टर, साइंटिस्ट, एनालिस्ट आदि की शुरुआती सैलरी ही लाखों में होती है.
इन क्षेत्रों में कुछ सालों का अनुभव हासिल करके सैलरी आसानी से करोड़ों में कन्वर्ट कर सकते हैं. साल 2025 में ऐसे कुछ सेक्टर डिमांड में रहेंगे, जिनमें नौकरी मिलने पर शुरुआती पैकेज ही 50 लाख से 1 करोड़ तक हो सकता है. हालांकि, हाई पेइंग जॉब्स की गारंटी संस्थान पर भी निर्भर कर सकती है.
1- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (B.Tech/M.Tech in Computer Science)
क्यों: डिजिटल युग में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, AI, मशीन लर्निंग और क्लाउड कंप्यूटिंग की मांग बढ़ती जा रही है.
संभावित पैकेज: IIT या NIT से इंजीनियरिंग करने पर शुरुआती पैकेज 20-50 लाख और अनुभव के साथ 1-3 करोड़ सालाना तक हो सकता है (High Paying Jobs). Google, Microsoft जैसी कंपनियां करोड़ों का पैकेज ऑफर करती हैं.
अवधि: 4 साल (B.Tech) या 2 साल (M.Tech)
2- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (AI/ML Courses)
क्यों: AI और ML टेक्नीक्स ऑटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में नए बदलाव ला रही हैं.
संभावित पैकेज: शुरुआत में 15-40 लाख और 5-10 साल के अनुभव के बाद 1-2 करोड़ तक.
अवधि: डिग्री (4 साल) या शॉर्ट-टर्म सर्टिफिकेशन (6 महीने-1 साल).
3- डेटा साइंस (Data Science Courses)
क्यों: हर इंडस्ट्री में बिग डेटा और एनालिटिक्स की मांग बढ़ रही है.
संभावित पैकेज: 10-30 लाख शुरुआती, अनुभव के साथ 1-1.5 करोड़ तक.
अवधि: डिग्री (3-4 साल) या प्रोफेशनल कोर्स (6 महीने-2 साल).
4- मैनेजमेंट (MBA from Top IIMs or Global B-Schools)
क्यों: IIM जैसे टॉप मैनेजमेंट संस्थान से एमबीए करके मैनेजमेंट, फाइनेंस और कंसल्टिंग सेक्टर्स में बड़े पैकेज वाली नौकरी मिल सकती है.
संभावित पैकेज: IIM से 20-50 लाख शुरुआती और 10 साल बाद 1-5 करोड़ तक.
अवधि: 2 साल.
5- मेडिसिन (MBBS + Specialization)
क्यों: डॉक्टर, खासकर सर्जन और स्पेशलिस्ट की मांग हमेशा रहती है. रिसेशन में भी इस क्षेत्र पर कोई असर नहीं पड़ता है.
संभावित पैकेज: भारत में 50 लाख-1 करोड़, विदेश (USA, UK) में 2-5 करोड़ सालाना.
अवधि: 5.5 साल (MBBS) + 3-5 साल (स्पेशलाइजेशन).
6- सिविल इंजीनियरिंग (B.Tech/M.Tech in Civil Engineering)
क्यों: इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में बूम के कारण विदेशों (मिडिल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया) में डिमांड ज्यादा है.
संभावित पैकेज: 15-40 लाख शुरुआती, अनुभव के साथ 1-2 करोड़ तक.
अवधि: 4 साल (B.Tech).
7- साइबर सिक्योरिटी (Cybersecurity Courses)
क्यों: साइबर क्राइम बढ़ने से डेटा सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की डिमांड भी बढ़ गई है.
संभावित पैकेज: 10-25 लाख शुरुआती, अनुभव के साथ 1-1.5 करोड़.
अवधि: डिग्री (4 साल) या सर्टिफिकेशन (1-2 साल).
8- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (B.Tech in Biomedical Engineering)
क्यों: हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी में इनोवेशन की वजह से विदेशों में मांग बढ़ रही है. अगले कुछ सालों में इस सेक्टर में काफी नौकरियां आने की उम्मीद है.
संभावित पैकेज: 20-50 लाख शुरुआती, 1-2 करोड़ अनुभव के बाद.
अवधि: 4 साल.
9- इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और फाइनेंशियल एनालिसिस (CFA/CA + Finance Courses)
क्यों: फाइनेंस सेक्टर में बड़ी कंपनियां करोड़ों का पैकेज ऑफर करती हैं.
संभावित पैकेज: 20-60 लाख शुरुआती, कुछ सालों के अनुभव के बाद 1-3 करोड़.
अवधि: CA (4-5 साल), CFA (2-3 साल).
10- मरीन इंजीनियरिंग (B.Tech in Marine Engineering)
क्यों: शिपिंग इंडस्ट्री में हाई डिमांड और विदेश में नौकरी के मौके.
संभावित पैकेज: 15-40 लाख शुरुआती, कुछ सालों के अनुभव के बाद 1-2 करोड़.
अवधि: 4 साल.
काम के टिप्स
1- इनमें से ज्यादातर कोर्सेस में हाई पैकेज वाली नौकरी तभी मिलती है, जब आपने देश के टॉप संस्थानों से डिग्री हासिल की हो (जैसे, IIT, IIM, AIIMS, BITS आदि).
2- स्किल डेवलपमेंट (कोडिंग, सॉफ्ट स्किल्स, लैंग्वेज) पर भी फोकस करें.
3- विदेश में मौके बढ़ाने के लिए इंटर्नशिप और नेटवर्किंग जरूरी है.

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