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अपहृत बालक को पुलिस ने सकुशल किया बरामद, 7 साल के शिवाय ने बताई भावुक कर देने वाली आपबीती

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मध्यप्रदेश
ग्वालियर/स्वराज टुडे: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में इस समय एक 7 साल के बच्चे के अपहरण का मामला जोरों-शोरों से चर्चा में है. इस घटना से शहर में सनसनी फैल गई है. हालांकि, भगवान का शुक्र है कि बच्चा सही सलामत अब अपने माता-पिता के पास पहुंच चुका है.

मगर, अपहरणकर्ता अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. बदमाशों की पकड़ से बचाए गए अपहृत बच्चे शिवाय गुप्ता ने अपनी आपबीती सुनाई, जिसे सुनकर हर कोई भावुक हो गया.

यह है मामला

बच्चे शिवाय को उसकी मां घर से स्कूल वैन तक छोड़ने जा रही थी. इस दौरान घर के बाहर आए बाइक सवार दो बदमाशों ने मां की आंखों में मिर्ची झांकी और बच्चे शिवाय को छीन कर भाग निकले. अपहरण की यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. किडनैप हुआ 7 वर्षीय शिवाय को पुलिस ने मुरैना जिले से गुरुवार रात सकुशल बरामद कर लिया. जिन बदमाशों ने शिवाय का अपहरण किया था, वो पुलिस के दबाव के कारण बच्चे को मुरैना में छोड़कर फरार हो गए.

रिक्शेवाले ने दी थी जानकारी

पुलिस का दावा है कि अपहरणकर्ता जिले के काजी बसई गांव में एक ईंट-भट्टे के पास बच्चे को छोड़कर भाग गए थे. इस दौरान एक रिक्शेवाले ने बच्चे को रोते हुए देखा. रिक्शेवाले ने बच्चे को पहचान लिया और उसे अपने साथ बैठाकर अपने गांव के सरपंच के घर ले गया. इसके बाद सरपंच ने पुलिस को सूचना दी. वहीं जब शिवाय अपने घर पहुंचा तो ग्वालियर स्थित मुरार कॉलोनी में भारी भीड़ उमड़ पड़ी और लोग पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. साथ ही जमकर आतिशबाजी भी हुई.

बच्चे की जुबानी पूरी कहानी

शिवाय शुक्रवार को स्कूल नहीं गया. वह शांत होकर पिता की गोदी में बैठा हुआ था. उसने बताया, ‘मैं कल मम्मी के साथ स्कूल जा रहा था, तभी कुछ अंकल लोगों ने मम्मी की आंखों में मिर्ची डाल दी और कल लोग मुझे मुंह बंद करके ले गए. वह कहीं बाहर ले गए. मुझे ठंड लग रही थी, लेकिन वो चार घंटे गाड़ी घुमाते रहे. इसके बाद वो लोग खेत पर ले गए और फिर मुझे रस्सी से बांध दिया.’

बच्चे ने आगे बताया, अंकल मुझे अपने घर पर ले गए थे. वो कह रहे थे कि बिस्कुट चॉकलेट खाओगे, तो मैंने मना कर दिया कि मुझे नहीं खाना. फिर उसके बाद रात होते ही मुझे कहीं छोड़कर चले गए. छोड़ने से पहले कहा कि आगे चलते चले जाओ तुम्हारा घर आ जाएगा. मैं आगे बढ़ा, लेकिन मुझे मेरा घर नहीं मिला. कार में मुझसे कह रहे थे कि पापा से पैसे मंगवा, तभी तुझे छोड़ेंगे.

शिवाय ने आगे कहा, एक गाड़ी में दो लोग थे. उनके घर पर भी एक और अंकल थे. उन्होंने कमरे में मुझे रस्सी से बांध दिया था. बाद में रात के समय मुझे कहीं पर छोड़ कर चले गए. जब बच्चे से पूछा गया कि अब कैसा लग रहा है उसे, क्या वो स्कूल जाएगा. तो वह कुछ बोल नहीं पाया.

मां ने बिताई रोते हुए रात

वहीं 7 साल के मासूम बच्चे की मां आरती गुप्ता की पूरी रात रोते-रोते निकली. उनके लिए 16 घंटे बहुत ही दर्दनाक थे. उन्होंने बताया, मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मेरा बच्चा मेरे पास कैसे वापस आएगा. अब मैं अपने बच्चे को अकेला नहीं छोडूंगी. हमेशा निगरानी में रखूंगी. मैं साथ ही जाऊंगी अब उसके हर जगह. मेरे दो बच्चे और भी हैं. अब मुझे अंदर से डर बैठ गया है. जब तक बदमाश नहीं पकड़े जाएंगे, तब तक प्रशासन से यही कामना कर रही हूं कि उन्हें जल्दी से जल्दी पकड़ें और उन्हें सजा दें. ये बदमाश फिर से ऐसी घटना कर सकते हैं.

पिता और दादा ने कही ये बात

शिवाय के पिता राहुल ने बताया कि मुरैना में भी पहले इस तरह की एक घटना हो चुकी है. उन्होंने बताया कि उनके साले के साथ यही घटना घट चुकी है. उन्होंने कहा, मेरा साला पांच बजे के समय ट्यूशन के लिए छोड़ने जा रहा था, तभी स्टेशन पे जो अंडरग्राउंड पुल है वहां से निकला. उसी दौरान उस पर मिर्ची डाल दी और उसके लड़के को उठा ले गए. हालांकि, बच्चे ने धक्का-मुक्की करके खुद को गिरा लिया. फिर वो लोग भाग निकले. शायद उन्हीं बदमाशों ने मेरे बच्चे को पकड़ा था. पिता और दादा ने कहा कि प्रशासन जल्द से बड़ी कार्रवाई करे. अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए.

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Deepak Sahu

Editor in Chief

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