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गरुड़ पुराण: यदि आप मृत व्यक्ति की वस्तुएं उपयोग कर रहे हैं, तो सावधान रहें! जीवन में आ सकता है बड़ा संकट

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गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा और कर्मों के परिणामों का विस्तृत वर्णन किया गया है। इसके अलावा, इस पुराण में कुछ चीजें बताई गई हैं, जिनका पालन न करने से बुरा परिणाम हो सकता है।

इनमें से एक है मृत व्यक्ति की वस्तुओं का उपयोग करना। गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति की कुछ वस्तुएं उपयोग करने से पितृ दोष उत्पन्न होता है, जिसका प्रभाव कई पीढ़ियों तक हो सकता है।

मृत व्यक्ति की कौन सी वस्तुएं उपयोग नहीं करनी चाहिए?

● कपड़े: मृत व्यक्ति के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन कपड़ों में मृत व्यक्ति की ऊर्जा होती है, और इन्हें पहनने से नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

● आभूषण: मृत व्यक्ति के आभूषण नहीं पहनने चाहिए। इन आभूषणों में भी मृत व्यक्ति की ऊर्जा होती है और इन्हें पहनने से दुर्भाग्य आ सकता है।

● घड़ी: मृत व्यक्ति की घड़ी नहीं पहननी चाहिए। घड़ी समय का प्रतीक होती है और इसमें मृत व्यक्ति की ऊर्जा होती है। ऐसे घड़ी का उपयोग करने से जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

● जूते-चप्पल: मृत व्यक्ति के जूते चप्पल नहीं पहनने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन जूतों में मृत व्यक्ति के पांव की धूल होती है और इन्हें पहनने से रोग या बीमारी उत्पन्न हो सकती है।

● बर्तन: मृत व्यक्ति के बर्तन भी नहीं उपयोग करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन बर्तनों में मृत व्यक्ति का बचा हुआ खाना हो सकता है और इन्हें उपयोग करने से दुर्भाग्य आ सकता है।

पितृ दोष और इसके परिणाम:

गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति की वस्तुओं का उपयोग करने से पितृ दोष उत्पन्न होता है। पितृ दोष का अर्थ है मृत पूर्वजों का नाराज होना और उनके आशीर्वाद से वंचित होना। इसके परिणामस्वरूप जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे आर्थिक समस्याएं, स्वास्थ्य समस्याएं, परिवार में विवाद और संघर्ष इत्यादि।

मृत व्यक्ति की वस्तुओं का क्या करना चाहिए?

गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति की वस्तुएं जलानी चाहिए या दान करनी चाहिए। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। यदि मृत व्यक्ति की वस्तुएं उपयोग करनी ही हो, तो सबसे पहले उस आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। इससे आत्मा को शांति मिलती है और पितृ दोष का प्रभाव कम हो जाता है। इसके अलावा, इन वस्तुओं के उपयोग से पहले ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना चाहिए।

मृत व्यक्ति की वस्तुओं का उपयोग न करना ही श्रेष्ठ है। गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसी वस्तुएं उपयोग करने से पितृ दोष हो सकता है और जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, इन वस्तुओं को जलाना या सही तरीके से दान करना चाहिए ताकि मृत आत्मा को शांति मिले और आपका जीवन सुख-समृद्ध रहे।

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Deepak Sahu

Editor in Chief

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