उत्तरप्रदेश
वृंदावन/स्वराज टुडे: ओमेक्स सिटी के फ्लैट में किराए पर रह रहे सैलून में काम करने वाले युवक ने दस दिन पहले आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया।
परिजनों ने मोबाइल की चैटिंग देखी तो पता चला कि मोबाइल पर उससे जबरदस्ती मिलने का दबाव बनाया जा रहा था। न मिलने पर बदनामी करने की धमकी दी गई। आरोप है कि युवक को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
यह है पूरा मामला
हाथरस के सहपऊ क्षेत्र के गांव पट्टी बहराम निवासी विशाल कुमार वाल्मीकि का भाई अमन कुमार ओमेक्स सिटी में अपनी मौसी के बेटे तुषार के साथ रहता था। वह वृंदावन में जावेद हबीब सैलून में काम करता था। 14 जुलाई को अमन ने घर में फंदा लगाकर जान दे दी।
परिजनों को तुषार ने घटना की जानकारी दी। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए, शव गांव ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। दाह संस्कार के बाद अमन के मोबाइल के वाट्सएप पर उसकी चैट देखी गई।
मोबाइल पर मैसेज कर बदनाम करने की धमकी
राधाकुंड के नाम से सुरक्षित नंबर से अमर के मोबाइल पर आए मैसेज में जबरदस्ती मिलने का दबाव बनाया जा रहा था। मैसेज में लिखा था कि अगर अमन ने मिलने से मना किया तो उसकी बदनामी कर दी जाएगी।
अमन ने चैटिंग में लिखा था कि तुमने मेरी बदनामी की तो फांसी लगाकर जान दे दूंगा। मृतक के भाई ने आशंका जताई है कि ब्लैकमेलिंग से तंग आकर ही उसके भाई ने आत्महत्या की है। बहरहाल पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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