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मुख्यमंत्री साय के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक पत्रकार को जमकर पीटा, मूकदर्शक बनी रही पुलिस, कॉंग्रेस ने कहा-सत्ता मिलते ही शुरू हुई भाजपाइयों की गुंडागर्दी

* कार्यक्रम के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री साय के सामने ही कर दी एक पत्रकार की पिटाई

* मीडियाकर्मियों ने की शिकायत तो मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने साध ली चुप्पी

* पत्रकार जगत में भारी आक्रोश, कहा- नहीं बैठेंगे चुप

सरगुजा/स्वराज टुडे:  छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक पत्रकार की जमकर पिटाई कर दी। घटना उस समय हुई जब मुख्यमंत्री मीडिया को बयान देने के लिए बनाए गए मंच के पास पहुंच रहे थे। कैमरे में दिखने के चक्कर में सीएम के आने से पहले ही मंच के आसपास भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई। आरोप है कि जब एक टीवी चैनल के पत्रकार ने उनसे जगह देने के लिए कहा तो बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए और भाजपा नेता अजय अग्रवाल सहित उनके साथियों ने पत्रकार के साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी।

शिकायत पर चुप रहे सीएम और डिप्टी सीएम

मीडियाकर्मी की पिटाई से मौके पर तनाव की स्थिति बन गई। पिटाई से गुस्साए पत्रकारों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से नाराजगी जताई, लेकिन मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने घटना पर कुछ नहीं कहा। पीड़ित मीडियाकर्मी ने घटना की शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज कराई है। फिलहाल शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।

कांग्रेस ने कहा- शुरू हुई भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी

कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि सरकार में आते ही भाजपा नेताओं ने गुंडागर्दी शुरू कर दी है। आदिवासी पत्रकार पर हमले के दौरान पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बने रहे, यह निंदनीय है। सरगुजा संभाग से पहले मुख्यमंत्री की अंबिकापुर में पहली सभा में  इस तरह की घटना से सरगुजा शर्मसार हुआ है।

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बीजेपी कार्यकर्ता का था कार्यक्रम

बता दें कि अंबिकापुर में कार्यकर्ताओं का सम्मान करने भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सीएम विष्णु देव साय समेत दोनो डिप्टी सीएम, मंत्री और विधायक पहुंचे हुए थे। सरगुजा संभाग से कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था।

पत्रकारों की सुरक्षा भगवान भरोसे

बता दे कि जब छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर आए दिन हमले हो रहे थे , फर्जी एफआईआर दर्ज कराया जा रहे थे तब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने का आश्वासन देकर सत्ता में काबिज हुए थे लेकिन उनके पूरे कार्यकाल में यह वादा उनका पूरा नहीं हो सका । अब इस विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा ने भी पत्रकारों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया था लेकिन अब सत्ता मिल जाने के बाद भाजपाइयों की गुंडागर्दी का नमूना इस तरह सामने आएगा, किसी ने सोचा नहीं था । अभी तो ये शुरुआत है, न जाने अब प्रदेश में कहां किस पत्रकार पर हमला हो जाए कहा नहीं जा सकता ।

पत्रकार संगठनों में आक्रोश

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सीएम साय के सामने पत्रकार पर हमले के विरोध में प्रदेश भर के पत्रकार संगठनों में आक्रोश व्याप्त है । अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अगर दोषी भाजपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध अगर सख्त कार्यवाही नहीं की जाती है, तो पत्रकार सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।

 

Deepak Sahu

Editor in Chief

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