छत्तीसगढ़
रायगढ़/स्वराज टुडे: शहर के बाजीरावपारा में रमेश उर्फ बब्बु तिवारी की जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को अहम सफलता मिली है। दरअसल आरोपी और कोई नहीं बल्कि घर में काम करने वाली बाई का लडका है जो रूपए के लालच में बचपन से जिसके घर में आना जाना था उसे ही मौत के घाट उतार दिया। तीन दिनों से इस अंधरे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने अपनी पूरी उर्जा झोंक दी थी।
CCTV के DVR ने खोल दिया हत्या का राज
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के घर के पीछे झाडिय़ों से पुलिस को सीसीटीवी का डीवीआर मिला जिसमें आरोपी दीपक यादव बेरहमी से बब्बु तिवारी को मारते हुए दिख रहा है। फिलहाल पुलिस दीपक को हिरासत में लेकर पुछताछ कर रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा पुलिस द्वारा किया जावेगा।
गुरुवार को घर में मिली थी बब्बू तिवारी की लाश
बाजीराव पारा में गुरूवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई थी जब रेल्वे अण्डर ब्रिज के पास रहने वाले रमेश उर्फ बब्बु तिवारी की जघन्य हत्या होने की खबर फैली। हत्या की सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने तत्काल मौके पर पुहंच कर आस पास के लोगों से पुछताछ शुरू की थी तब बब्बु तिवारी के घर में काम करने वाली बाई साधमति यादव ने बताया था कि सुबह वह काम पर आई तो घर का दरवाजा भीतर से बंद देख मोबाईल फोन कर बब्बु महाराज से बात करने का प्रयास की लेकिन उसके द्वारा फोन नहीं उठाने पर दरवाजा खटखटाई । बावजूद इसके कोई प्रतिक्रया भीतर से नहीं आने पर एक लडक़े को दीवार फांद कर घर के भीतर जाकर देखने को कहा था। वहीं घर के भीतर देखने पर बब्बु तिवारी की लहूलुहान लाश पड़ी मिली।
वारदात का सबूत मिटाने आरोपी ने CCTV का DVR कर दिया था गायब
घर में सीसीटीवी लगी थी लेकिन आरोपी के द्वारा सीसीटीवी का डीवीआर भी पार कर दिया गया था। ऐसे में पुलिस को आरोपी तक पंहुचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस अंधे कत्ल के मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए एसपी दीव्यांग पटेल ने जांच की कमान स्वयं अपने हाथों में लेते हुए संदेहियों को हिरासत में लेकर पुछताछ की गई। वहीं एफएसएल तथा स्निफर डॉग की मदद भी ली गई।
इसके अलावा सायबर सेल प्रभारी अभिनव उपाध्याय व उरनकी टीम भी पुरी मुस्तैदी से आरोपी तक पंहुचने में लगी थी। तीन दिनों तक मृतक के घर के आस पास सहित पुरे मोहल्ले व कयाघाट में पुलिस टीम ने हर बिंदुओं पर बारिकी से जांच करने की भारी मशक्कत के बाद भी आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। वहीं रविवार की दोपहर को मृतक बब्बु तिवारी के घर के पीछे झाडिय़ों में मेग्रेट से खोजबीन करने पर तालाब के पास सीसीटीवी का डीवीआर मिला । साथ ही खून से सने कपड़े भी एक थैले में डालकर वहीं फेंका गया था जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। डीवीआर मिलने के बाद सीसीटीवी फुटेज देखने पर पुलिस ने काम वाली बाई साधमति का बेटा दीपक यादव को बब्बु तिवारी की हत्या करते देखा जिस पर उसे हिरासत में लिया गया और उससे गहन पुछताछ करने पर उसने अपराध करना स्वीकार कर लिया।
पेशे से इलेक्ट्रीशियन दीपक यादव ने इस वजह से की थी बब्बू तिवारी की हत्या
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दीपक यादव जो इलेक्ट्रीशियन है और बब्बु तिवारी के घर के पास ही रहता है तथा बचपन से मृतक के घर उसका आना जाना है। वहीं दीपक की मां साधमति विगत चार सालों से बब्बु तिवारी के घर में काम कर रही है। यही वजह है कि दीपक को बब्बु तिवारी के विषय में पुरी जानकारी थी। उसे रूपए की जरूरत थी लेकिन बब्बु महाराज से मांगने के बजाए उसने चोरी करने की योजना बनाई और शाम को लगभग साढ़े 7 बजे ही घर में घुस कर पलंग के नीचे छिप गया था।
बताया जा रहा है कि रात को जब बब्बु तिवारी सो रहा था तब वह पलंग के नीचे से निकल कर दराज में रखे रूपए निकालने के लिए गया। रूपए निकालने के दौरान दराज खोलने की आवाज से बब्बु तिवारी की नींद खुल गई। इधर बब्बु तिवारी को उठते देख दीपक ने दराज से ही उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया जिससे बब्बु तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गया और रक्तरंजित हालत में जमीन पर गिर गया। वहीं रूपए के लालच ने दीपक को इस कदर वहशी बना दिया था कि तड़पते हुए बब्बु तिवारी का सिर उसने दीवार से दे मारा और उसके बाद वहां रखी रिवाल्वींग चेयर को उठा कर एक बार फिर मारने लगा और बब्बु महाराज केे प्राण पखेरू उडऩे के बाद ही उसने कुर्सी से मारना बंद किया। अपने बचाव के लिए बब्बु़ तिवारी ने काफी संघर्ष किया जिससे पुरे कमरे में खुन फैल गया था।
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