उत्तरप्रदेश
गाजियाबाद/स्वराज टुडे: एक युवक ने धर्म छिपाकर दूसरे समुदाय की युवती के साथ शादी का नाटक कर दुष्कर्म किया. युवती को असलियत की जानकारी हुई तो युवक ने उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया. इनकार करने पर उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया.
अंकुर विहार थाने की एक कॉलोनी में रहने वाली युवती का आरोप है कि कुछ समय पहले उसकी जान पहचान एक युवक से हुई थी. युवक ने अपना सही नाम, धर्म छिपाकर अपना नाम नरेश शर्मा बताया. आरोप है कि शादी का झांसा देकर समीर आए दिन युवती का शारीरिक शोषण करने लगा. शादी का दबाव बनाने पर 13 मई को हरिद्वार ले गया और वहां एक मंदिर में शादी का नाटक रचकर उसे वापस ले आया. वह युवती को अपनी दुकान सीमापुरी दिल्ली ले गया. वहां आसपास के लोगों ने उसका सही नाम समीर पुकारा तो युवती को उसके धर्म की जानकारी हुई. आरोप है कि भेद खुलने के बाद वह युवती पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने लगा और इनकार करने पर उसके साथ मारपीट करने लगा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यहां सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला अक्सर खबरों और न्यूज़ चैनलों के जरिए प्रकाशित होता रहता है । बावजूद इसके लड़कियां इससे सबक नहीं लेती हैं । यहां बात किसी धर्म विशेष के लड़कों की नही हो रही है । आखिर लड़कियां अपनी मर्यादा क्यों लांघ जाती हैं । शादी से पहले उन्हें शारीरिक संबंध बनाने की इजाजत भला कौन देता है । स्वयं ही भावनाओं में बहकर माता पिता की इज्जत को तिलांजलि देकर चंद दिनों की मुहोब्बत को अपना सर्वस्व मान लेती हैं । बाद में धोखा मिलने पर फिर शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण का वही रटा रटाया आरोप ।
लव जिहाद की शिकार आखिर हिंदू लड़कियां ही क्यों ?
धर्म विशेष के लड़कों पर लव जिहाद और शादी के बाद धर्म परिवर्तन का आरोप लगाने वाली लड़कियां क्या पहले अपनी आंखें मूंदकर बैठी रहती हैं। प्रेम संबंध स्थापित करने से पहले युवकों के बारे में पूरी जानकारी हासिल क्यों नहीं कर लेती । तब तो शायद आंखों में इश्क का पट्टी चढ़ा होता है। दूसरी महत्वपूर्ण बात , लव जिहाद और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर मामले को तूल देने की जरूरत ही क्या है । जब तक कोई लड़की सहमति न दे कोई भी लड़का किसी भी तरह से उसे प्रेम जाल में उसे फंसा ही नहीं सकता। चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो। यानी लव के लिए सहमति भी लड़कियां ही देती हैं । शादी के बाद तो हर लड़की को अपने पति की जाति और धर्म अपनाना पड़ता है तो फिर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप क्यों । शादी के बाद तो पति का धर्म अपनाना ही पड़ेगा ।
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