छत्तीसगढ़
दंतेवाड़ा/स्वराज टुडे: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक सीआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मार ली है। जवान को आनन- फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतक जवान का नाम विपिन्द्र चंद्र है और CRPF की 195 वीं बटालियन के सी कंपनी बारसूर में पदस्थ था। जवान ने खुद के ही सर्विस राइफल AK47 से खुद पर फ़ायर कर लिया।
जवानों द्वारा आत्महत्या का यह कोई पहला मामला नहीं है । सेना, BSF, CISF, CRPF अथवा पुलिस विभाग समेत अनेक विभाग के जवान अपने जीवन को समाप्त कर चुके हैं । इन आत्महत्याओं के पीछे सबसे बड़ी वजह मानसिक तनाव ही रहा है चाहे ये तनाव परिवार की तरफ से हो या फिर कार्य स्थल पर होने वाली किसी तरह की प्रताड़ना हो। आइए नजर डालते हैं हाल ही में सामने आई इस तरह की घटनाओं पर…
8 जून को BSF जवान ने फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
दरसअल, 8 जून को कांकेर जिले के रावघाट थानांतर्गत फूलफाड़ बीएसएफ कैंप में तैनात बीएसएफ के जवान में बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पश्चिम बंगाल के नादिया जिला के हंसखाली के बाजारपारा निवासी 36 वर्षीय मलय कर्माकार पिता मनोरंजन कर्माकार 162 वाहिनी बीएसएफ में आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। बीएसएफ जवान 8 जून की सुबह लगभग साढ़े 10 बजे के आसपास कैंप के टॉयलेट में अंदर से दरवाजा बंद कर अपने गले में जूट की रस्सी से फांसी का फंदा बनाकर सीलिंग में लगे लोहे के एंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना की खबर मिलते ही रावघाट थाना की पुलिस कैंप पहुंची और शव का पंचनामा तैयार किया।
12 मई को जवान ने खुद को गोली मारी
12 मई को रायगढ़ जिले में एक जवान ने खुद को गोली मार ली है। जवान एसपी कार्यालय में पदस्थ पुलिसकर्मी के आरक्षक बेटे ने खुद को गोली मार कर आत्मघाती कदम उठाया है। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया जहां उसकी हालत गंभीर हो गयी थी। वहीं पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है । जुटमिल थाना में पदस्थ सन्नी मालाकार ने अपने मकान में खुद के रायफल से सीने पर गोली दाग आत्महत्या का प्रयास किया। गोली की आवाज सुनते ही इलाके में सनसनी मच गई। मोहल्ले में लोगों का हुजूम लग गया। आनन-फानन में खून से लथपथ आरक्षक को मेट्रो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
मंत्री के बंगले में तैनात जवान ने की खुदकुशी
इसी साल फरवरी में छत्तीसगढ़ में एक मंत्री के बंगले में तैनात आरक्षक रोहित सलामे ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। मृतक रायपुर जिले में राज्य के एक मंत्री के बंगले पर तैनात था। वो छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) में कांस्टेबल के पद पर तैनात था। मौके पर कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ था । जिसके चलते खुदकुशी की वजह आज तक पता नहीं चल सका।
यह भी पढ़ें: 29 लाख के इनामी 25 नक्सलियों ने एक साथ छोड़ा लाल आतंक का साथ, बीजापुर SP के सामने किया आत्मसर्पण
Editor in Chief