हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे का जो भविष्य हो या फिर जीवन हो वह काफी ज्यादा अच्छा हो और बिना परेशानियों के हो. उनके बच्चे को जीवन की सारी खुशियां मिले और वह इस दुनिया में काफी ज्यादा नाम भी कमाए. वो समाज का एक सफल आदमी बने.
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं तो आपके बच्चे के पैदा होने से पहले ही तय हो चुकी होती हैं. इन सभी चीजों का जिक्र आचार्य चाणक्य द्वारा लिखे गए चाणक्य नीति में काफी बेहतर तरीके से किया गया है. कहा जाता है बच्चे के जीवन से जुड़ी इन बातों को कोई भी व्यक्ति चाहकर भी नहीं बदल सकता है. आज इस आर्टिकल में हम आपको इन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं इन बातों के बारे में.
उम्र
चाणक्य नीति के अनुसार एक बच्चे की आयु या फिर उसकी उम्र कितनी होगी इस बात का फैसला उसके पैदा होने से पहले ही जब वह अपनी मां के गर्भ में रहता है तभी हो जाती है. इस तय आयु को कोई कितना भी चाहे बदल नहीं सकता है. मृत्यु के कई बहाने हो सकते हैं लेकिन इसकी तिथि पहले से ही निर्धारित होती है.
कर्म
आचार्य चाणक्य की अगर मानें तो जो भी इस धरती पर पैदा होता है उसे अपने कर्मों के हिसाब से ही सभी सुख और दुख झेलने पड़ते हैं. ऐसे में वह क्या कर्म करेगा वह इसी जीवन में तय नहीं होते बल्कि इनका फैसला पिछले जन्म में ही किया जा चुका होता है.
शिक्षा और धन
चाणक्य नीति के अनुसार एक बच्चा जब अपनी मां के गर्भ में होता है तभी इस बात का फैसला हो जाता है भाग्य में शिक्षा और पैसे हैं या फिर नहीं. यह जो बच्चा होता है वह इन सभी चीजों को जन्म से पहले ही अपने साथ लेकर आता है.
Disclaimer: इस आलेख में दी गयी सूचनाएं सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. स्वराज टुडे न्यूज़ इसकी प्रमाणिकता और सत्यता की पुष्टि नही करता.
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