
छत्तीसगढ़
रायपुर/स्वराज टुडे: भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच, बलौदाबाजार हिंसा में जेल भेजे गए कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव शुक्रवार की शाम रायपुर सेंट्रल जेल से छूटने के बाद रायपुर की गंज पुलिस ने देवेंद्र और 12 युवकों के खिलाफ सड़क पर बाधा पहुंचाने और आने जाने वालो को परेशान करने का केस ठोंक दिया। देवेंद्र और साथियों पर BNS की धारा 126 (2) आदि लगाई गई है। वकीलों ने बताया की धाराएं थाने से जमानती हैं, यानी उन्हें थाने आकर मुचलका लेना होगा।
दरअसल, देवेंद्र सात माह बाद छूट रहे थे, इसलिए भिलाई से सैकड़ों युवा समर्थक सेंट्रल जेल के सामने इकट्ठा हो गए थे। देवेंद्र के बाहर आते ही जेल रोड पर जश्न शुरू हो गया और भीड़ ने बड़ी सभा की शक्ल ले ली। जेल रोड समेत रायपुर की मुख्य सड़कों पर वर्किंग डेज ने शाम छह से आठ बजे तक ट्रैफिक बहुत अधिक रहता है। जेल रोड पर जश्न और देवेंद्र के संबोधन के कारण सिर्फ वहां नहीं बल्कि आसपास की सड़कों पर भी भारी जाम लगा। पुलिस ने यही केस बनाया है।
इन पर केस दर्ज
1) देवेंद्र यादव (कांग्रेस विधायक)
2) सुबोध हरितवाल (पीसीसी महामंत्री)
3) शांतनु झा
4) आकाश शर्मा (यूथ कांग्रेस अध्यक्ष)
5) शोएब ढेबर
6) अतीक मेमन
7) फराज
8) फरदीन खोखर
9) अनवर हुसैन
10) शेख वसीम
11) नीता लोधी
12) बाबी पांडे
13) शिबली मेराज खान
रिहाई के दूसरे दिन राहुल गांधी से मिले देवेंद्र यादव
वहीं रिहाई के दूसरे दिन देवेंद्र यादव ने पत्नी और बेटे के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। देवेंद्र ने कहा कि बाबा साहब के दिखाए रास्ते पर चलते हुए देश से नफरत की राजनीति को खत्म करने आपने जो बीड़ा उठाया है, वही मेरा आदर्श है। देशभर में किसान, मजदूर आदिवासी, दलित, महिलाओं युवाओं का हक छीना जा रहा है। अधिकारों के लिए हम हमेशा लड़ाई लड़ते रहेंगे।
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