
आज पूरा भारत विजयादशमी का पर्व मना रहा है, चारों ओर खुशी का माहौल है। आपको बता दें कि ये पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है, ये हमें धर्म, सत्य और न्याय का पाठ पढ़ाता है। आपको बता दें कि आज के दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था और अधर्म का नाश किया था।
अश्विन मास की 10वीं तिथि को मनाए जाने इस पर्व के दिन कुछ बातों का ध्यान रखना अतयंत जरूरी है क्योंकि हम अक्सर जाने-अनजाने गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से हमें पूजा का सही फल नहीं मिलता है।
क्या करें
● दशहरा अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इसलिए इस दिन हमें सत्य, ईमानदारी, और संयम का पालन करें।
● इस दिन भगवान राम और देवी दुर्गा की पूजा करें।
● पूजा-पाठ, हवन और आरती से अपने घर और मन को शुद्ध करें।
● दशहरा का त्यौहार परिवार और समाज के साथ मिलकर मनाया जाता है। इस दिन अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताएं और आपसी प्रेम और सौहार्द्र को बढ़ावा दें।
● इस दिन रावण दहन देखना शुभ माना जाता है। यह अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। यह आपको हमेशा अपने जीवन में बुराई से लड़ने की प्रेरणा देता है।
● दशहरा के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना बहुत ही पुण्यकारी माना जाता है। इससे न केवल समाज में बराबरी और सहायता का संदेश जाता है, बल्कि आपकी आत्मा को भी शांति मिलती है।
क्या न करें
● इस दिन अपने मन से बुरे विचार, ईर्ष्या, घृणा और क्रोध को दूर करें।
● इस दिन नकारात्मक सोच और कर्मों से बचें।
● अहंकार और अभिमान के कारण रावण का पतन हुआ, इसलिए इस दिन हमें अपने अहंकार को नियंत्रित रखना चाहिए।
● किसी भी प्रकार के अशुभ कार्य, जैसे झगड़ा, लड़ाई, या अपशब्द बोलने से बचें।
● दशहरा एक सकारात्मकता और शुभता का दिन है, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं।
● दशहरा के दिन मांसाहार, शराब, और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करना अशुभ माना जाता है।
DISCLAIMER: इस आलेख में दी गयी जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। स्वराज टुडे न्यूज़ इसकी प्रामाणिकता और सत्यता की पुष्टि नहीं करता, इसलिए किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृपया किसी जानकार ज्योतिष या पंडित की राय जरूर लें।

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