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सेवा सहकारी समिति गोर्रा में हुआ फर्जी पंजीयन,क्या तहसील ऑपरेटर या समिति प्रबंधक कौन हैं जिम्मेदार?

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छत्तीसगढ़
रायगढ़-पुसौर/स्वराज टुडे: पुसौर तहसील अंतर्गत आने वाले सेवा सहकारी समिति मर्यादित गोर्रा में फर्जी रकबा पंजीयन का बड़ा मामला सामने आया हैं
किसानों के नाम पर रकबा बढ़ोतरी कर फर्जी पंजीयन जैसे घोर लापरवाही किया गया हैं

वर्ष 2022-23 व 2023-24 में 5 किसानों के नाम पर लगभग 300 क्विंटल धान अन्य किसानो के रकबा खसरा फर्जी तरीके से चढ़ाकर पंजीयन कर धान बेचा गया है। और गंभीर अनियमितता बरती गई है। समिति प्रबंधक रामाशंकर पटेल द्वारा किसानों के नाम से फर्जी रकबा पंजीयन जैसे घोर लापरवाही किया गया हैं? और फर्जी रकबा बढ़ोतरी सरकार को लाखों रूपये का क्षति पंहुचा रहा हैं।

आपको बता दें समिति प्रबंधक द्वारा जानबूझ कर फर्जी रकबा पंजीयन में धान खरीदी किया गया, क्योंकि धान खरीदी समय ऋण पुस्तिका से रकबा मिलान कर धान खरीदी किया जाने का कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया था, बावजूद भीं गोर्रा प्रबंधक रामाशंकर पटेल द्वारा धान खरीदी किया गया हैं

क्या कहतें हैं समिति प्रबधक पटेल

ज़ब मिडिया टीम नें उक्त विषय के बारे में रामाशंकर पटेल से जानना चाहा तो गोल मोल जवाब देते हुए फर्जी रकबा पंजीयन का आरोप तहसील कार्यालय के ऊपर थोपा गया।

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Deepak Sahu

Editor in Chief

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