उत्तरप्रदेश
बलिया/स्वराज टुडे: उत्तर प्रदेश के बलिया के इब्राहिमाबाद के रहने वाले श्यामबाबू गरीब परिवार में पैदा हुए. पिता किराने की दुकान चलाते थे. श्याम बाबू की 5 बहनें और एक बड़े भाई हैं.
रानीगंज के श्री सुदिष्ट बाब इंटर कॉलेज से 2005 में 12वीं पास करने के बाद यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर श्यामबाबू की पहली नौकरी लगी. कड़ी ड्यूटी के बाद वक्त बचता तो वो ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ ही पीसीएस की तैयारी करते.
आखिरकार श्यामबाबू की मेहनत रंग लाई और साल 2016 मार्च में पीसीएस का प्री के बाद सिंतबर में मेन्स का एग्जॉम दिया. जिसका रिजल्ट 2018 में आया. 10 दिंसबर 2018 को श्यामबाबू का इंटरव्यू हुआ और उन्हे 52वीं रैंक मिली.
14 साल तक हेड कॉस्टेबल रहे श्यामबाबू अब एसडीएम हो चुके थे. जिस दिन श्यामबाबू का रिजल्ट आया था वो रोजाना की तरह अपनी ड्यूटी पर थे. डिप्टी एसपी ने उन्हे चाय लाने भेजा था.
इस समय श्यामबाबू के पास मैसेज आया जिसमें उन्हे पीसीएस परीक्षा पास करने की जानकारी मिली. चाय के साथ जब श्यामबाबू डिप्टी एसपी के सामने आए तो बहुत सादगी से बताया कि सर मैं एसडीएम बन गया हूं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्यामबाबू की बात सुनकर डीएसपी ने उन्हें सैल्यूट किया. कुछ 6 कोशिशों के बाद उन्हें ये कामयाबी मिली थी. श्याम बाबू की सफलता की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं लेकिन इच्छा के अनुरूप सफलता नहीं मिलने पर वे मायूस होकर अपना रास्ता बदल लेते हैं .