Featuredकोरबा

मेडिटेशन से दूर होता है एडिक्शन – डॉ. एस. एन. केशरी (सीएमएचओ)

Spread the love

छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के विश्व सद्भावना भवन में मेडिकल विंग के तहत तंबाकू निषेध दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केशरी तथा डॉ. के.सी. देबनाथ एवं संस्था प्रभारी ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी साथ ही सहप्रभारी ब्रह्माकुमारी बिन्दू दीदी उपस्थित थी। इस कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. एसएन केशरी ने कहा कि नशे से पैसा तो बर्बाद होता ही है, स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है और इसके ईलाज के लिए फिर पैसा लगाना पड़ता है, और इसके अत्यधिक सेवन करने से मौत भी हो सकती है।

उन्होने कहा कि हमें लोगो को भय दिखाकर नहीं बल्कि आध्यात्मिक संस्थानो को उनकी विचारधाराओं के माध्यम से उन्हें उनकी स्वयं की सत्य पहचान देने की जरूरत है, आध्यात्म से जोड़ने की जरूरत है। जब वह शुद्ध होने लगेगा तो सहज ही धीरे धीरे इन आदतों को छोड़ा जा सकता है। डॉ. के.सी. देबनाथ ने भी नशे से होने वाली दुष्परिणामों के बारे में बताया और कहा कि इस संस्था में सिखाया जाने वाला मेडिटेशन से आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है जिससे हमारा मन पवित्र और शुद्ध होने लगता हैं। अगर हम राजयोग अर्थात् मेडिटेशन को अपने दैनिक जीवन में धारण करते है तो आत्मा और शरीर दोनो स्वस्थय हो जाता है।

संस्था प्रभारी ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी व सहप्रभारी ब्रह्माकुमारी बिंदू दीदी ने भी अपने विचार रखें। संस्था से जुड़े संतोष भाई ने अपने अनुभव में बताया कि वह भी लगभग 10 वर्षों से नशे का आदी था। परेशान होने के बावजुद उसे राह नहीं मिल रहा था। एक दिन जब वह ब्रह्माकुमारी संस्थान के संपर्क में आया और तब उसे आत्म ज्ञान का परिचय हुआ। राजयोग का अभ्यास किया। आज वह अपने आध्यात्म जीवन से संपन्न और संतुष्ट है।

कार्यक्रम के अंत में तंबाकू एक धीमा जहर विषय पर बहुत सुंदर नाटक कलाकारो द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसमें आध्यात्मिकता के बल पर समाजिक परिवर्तन को दर्शाया गया। इस अवसर पर रश्मि शर्मा, लवलीन गाँधी, एस. मुर्ति व संस्था से जुड़े लोग उपस्थित थे।

Deepak Sahu

Editor in Chief

Related Articles

Back to top button