
छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवाकेंद्र विश्व सद्भावना भवन में बड़े ही धूमधाम से होली व रंगपंचमी का त्यौहार मनाया गया। इस त्यौहार के मौके पर जहां पर जगह जगह व्यर्थ ही पानी का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। तो वही दूसरी ओर ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र पर पानी के व्यर्थ उपयोग किए बिना ही रंग गुलाल व खुशियों के रंग में रंगकर होली व रंगपंचमी मनाई गई। अपने मनोभाव को व्यक्त करते हुए सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी रूक्मणी ने जल बचाव का संदेश दिया और कहा कि दुनिया में जो रंग लगाया जाता है वो मिट जाता है लेकिन जो परमात्मा के प्रेम के रंग में रंग जाए तो उसका जीवन धन्य हो जाता है। ब्रह्माकुमारी बिन्दू ने कहा कि होली अर्थात् एक परमात्मा का हो जाना, बीती बातों का बिंदी लगा देना जो हो गया सो उसे भूल जाना। ब्रह्माकुमारी लीना ने रंगपंचमी का अर्थ स्पष्ट किया। सेवाकेंद्र पर बड़ी संख्या में लोगो की उपस्थिति थी।

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