नई दिल्ली/स्वराज टुडे: शिक्षा मंत्रालय ने आज (8 जून) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट यूजी) 2024 में पेपर लीक और कथित अनियमितताओं के विवादों को संबोधित किया।
उच्च शिक्षा सचिव के संजय मूर्ति ने आश्वासन दिया कि परीक्षा संक्षिप्त ईमानदारी और निष्पक्ष प्रक्रिया के साथ आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा के संचालन में कोई समझौता नहीं किया गया है। इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या एनटीए दूसरी बार नीट यूजी 2024 आयोजित करेगा? मूर्ति ने जवाब दिया कि अनियमितताओं के मुद्दे का विश्लेषण करने के लिए एक समिति बनाई गई है।
समीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी
उच्च शिक्षा सचिव ने कहा कि लगभग 23 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से केवल 1,600 उम्मीदवार जिन्होंने छह केंद्रों में परीक्षा दी थी, विवाद से प्रभावित हुए हैं। हम अभी भी इस बात की जांच कर रहे हैं कि परीक्षा फिर से आयोजित की जाए या नहीं। एक शिकायत निवारण समिति निष्कर्ष साझा करेगी जिसके बाद निर्णय लिया जाएगा। इस साल केवल एक प्रश्न को चुनौती दी गई, जो कि NEET परीक्षा के इतिहास में सबसे कम है। परिणामों के मुआवजे के बाद भी कई छात्रों के संशोधित अंक नकारात्मक रहे। यह दर्शाता है कि अंकों के मुआवजे से समग्र परिणामों में कोई फर्क नहीं पड़ा है।
नीट यूजी के रिजल्ट पर उठ रहा सवाल
बता दें कि, NEET UG 2024 के परिणाम पेपर लीक और अन्य विसंगतियों के विभिन्न विवादों से घिरे रहे हैं। इस साल कुल 67 छात्रों ने AIR रैंक 1 हासिल की है। NEET उन छात्रों के लिए आयोजित किया जाता है, जो भारत भर के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेना चाहते हैं। परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी, और अनंतिम उत्तर कुंजी 29 मई को जारी की गई थी। अंतिम उत्तर कुंजी 4 जून को जारी की गई थी।
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