छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: पसान वन परिक्षेत्र के ग्राम भर्रापारा में दो हाथियों ने एक ही गांव के सात मकान को ध्वस्त कर दिया है। वन विभाग से सूचना मिलते ही ग्रामीणों को पहले से ही सूचित कर दिया गया था। शाम के समय गांव में पहुंचे हाथियों ने बस्ती में घुसकर जमकर कहर बरपाया। वहीं ग्रामीणाें ने घर से भागकर अपनी जान बचाई।
जंगल में विचरण कर रहे हाथियों का दल इन दिनों फिर से आवासीय क्षेत्र की ओर रूख करने लगा है। गांव के आसपास थरहा की नर्सरी लगाई गई है। जिसे खाने के लिए हाथी पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के बस्ती की ओर आने से पहले जंगल ओर नहीं खदेड़े जाने की वजह से यह घटना हो रही है।
वन परिक्षेत्राधिकारी रामनिवास दहायक ने बताया कि दल से बिछड़े हाथियो ने ग्रामीणों के आवासों को तोड़ा है। दोनों हाथियों पर नगर रखी जा रही है। वर्तमान में ये दोनेा हाथी लैंगी पहुंच गए हैं। ग्रामीणों का सूचित किया जा रहा है कि हाथियों से सावधान रहें। अधिकारी ने यह भी बताया कि भर्रापारा में मकानों को हाथियों ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त किया है। लोगों स्कूल या आंगनबाड़ी में ठहराने की जरूरत नहीं पड़ी है। अब तक हो चुके नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।
हाथी को स्नान करते देख लोगों की लगी भीड़
कोरबा वन मंडल के करतला वन परिक्षेत्र के ग्राम फरसवानी के तालाब के निकट एक हाथी के आने की खबर सुनकर गांव के लोगों की भीड़ लग गई। क्षेत्र में पहली बार हाथी के आने की वजह से लोगाें में भय बना हुआ था।
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