नई दिल्ली/स्वराज टुडे: एयरपोर्ट एक ऐसी जगह होती है जहां पर सुरक्षा व्यवस्था बड़ी सख्त होती है। सुरक्षा बल हमेशा हथियारों के साथ अलर्ट पर रहते हैं।
लेकिन अगर हम आपसे कहें कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र का रहने वाला एक शख्स टर्मिनल के सबसे सुरक्षित इलाके में एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे एक हफ्ते तक छिपा रहा और किसी को उसकी भनक तक नहीं लगी। क्या आप हमारी बात पर यकीन करेंगे? शायद नहीं, लेकिन ये सच है। जानकारी सामने आई है कि कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के अचनैचा गांव का रहने वाला गौरव वीजा ऑन अराइवल सुविधा पर दिल्ली एयरपोर्ट से अदीस अबाबा के लिए निकला था।
अदीस अबाबा से उसे साओ पाउलो (ब्राजील) होते हुए बोलीविया पहुंचना था। गौरव नाम का ये शख्स साओ पाउलो एयरपोर्ट पहुंचने में कामयाब हो गया। रिटर्न एयर टिकट न होने की वजह से उसे वहां से बोलीविया जाने की इजाजत नहीं मिली। साओ पाउलो एयरपोर्ट की एजेंसी ने गौरव को वापस भारत जाने का निर्देश दिया था।
एक हफ्ते तक ट्रांजिट एरिया में छिपा रहा
एजेंट के निर्देश पर यह शख्स साओ पाउलो एयरपोर्ट के ट्रांजिट एरिया में छिपा रहा। हैरानी की बात यह है कि एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात सभी एजेंसियां सोती रहीं और किसी को इस शख्स के बारे में भनक तक नहीं लगी। हद तो तब हो गई जब इस शख्स ने एयरपोर्ट के अंदर बैठकर ही फर्जी पासपोर्ट समेत अन्य यात्रा दस्तावेज हासिल कर लिए। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब यह शख्स फर्जी पासपोर्ट पर बोलिविया (दक्षिण अमेरिकी देश) जाने के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा। इस मामले का पूरा खुलासा होने के बाद पूरे एयरपोर्ट में हड़कंप मच गया और इस शख्स को डिपोर्ट कर दिया गया है।
फर्जी पासपोर्ट बनवाया
गौरव को पता था कि अब वह अपने पासपोर्ट पर बोलिविया नहीं जा सकता, इसलिए उसने अपने एजेंट से दूसरे नाम से जारी पासपोर्ट मांगा। एक हफ्ते के अंदर ही अली नाम के एजेंट ने दूसरे पासपोर्ट का इंतजाम कर एयरपोर्ट के अंदर गौरव तक पहुंचा दिया। यह मलेशियाई पासपोर्ट था जिसमें गौरव का नया नाम सीयर्स वर्गास जीसस सैंटोस इवान लिखा था।
इमिग्रेशन काउंटर पर खुला राज
इसके बाद जैसे ही वह कोलंबिया जाने के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा तो एक बार फिर उसका राज खुल गया। इस बार इमिग्रेशन अधिकारियों ने गौरव को हिरासत में ले लिया और उसे फ्लाइट संख्या ईटी-688 से आईजीआई एयरपोर्ट पर डिपोर्ट कर दिया। आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही एयरलाइंस की सुरक्षाकर्मियों ने उसे इमिग्रेशन ब्यूरो के हवाले कर दिया। इमिग्रेशन ब्यूरो ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद आरोपी गौरव को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया। एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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