गुरुग्राम/स्वराज टुडे: पत्नी के अवैध संबध के कारण एक और पति को अपनी जान गंवानी पड़ी। पत्नी के प्रेमी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे मार डाला और लाश को दफना दिया। पुलिस ने इस मामले में पत्नी, उसके प्रेमी और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुरुग्राम पुलिस ने एक महिला, उसके प्रेमी और तीन अन्य लोगों को उसके पति की हत्या और लाश छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मृतक की पहचान डूंडाहेड़ा गांव निवासी 37 साल के विक्रम के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बिहार के नवादा का रहने वाला था।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, विक्रम की पत्नी सोनी देवी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने और मुख्य आरोपी रविंदर ने हत्या की साजिश रची थी क्योंकि उसकी बेटी ने उसके फोन पर दोनों का अश्लील वीडियो देखा था और इसके बारे में पापा को बताया था।
प्रवक्ता ने बताया कि सोनी देवी ने 28 जुलाई को उद्योग विहार थाने में अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। 31 जुलाई को महिला ने एक और शिकायत दर्ज कराई। इसमें उसने आरोप लगाया कि मार्च 2025 में जब उसका पति काम पर गया हुआ था तब उसके पड़ोसी रविंद्र ने उसके साथ रेप किया। उसने दावा किया कि रविंद्र ने इसका वीडियो बना लिया था और धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को बताया तो वह इसे सार्वजनिक कर देगा।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस टीम ने रवींद्र को गिरफ्तार किया। उसने हत्या की बात कबूल कर ली। हत्या में कथित तौर पर मदद करने वाले मनीष और फरियाद को भी शनिवार को गिरफ्तार कर 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने शव को दफनाने में मदद करने वाले रवींद्र के चाचा संतरपाल को भी शनिवार को गिरफ्तार किया और रविवार को उन्हें भी 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। सोनी देवी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ के दौरान रवींद्र ने दावा किया कि उसके और उस महिला के बीच संबंध थे। 26 जुलाई को उसने और उसके साथियों ने विक्रम को काम से घर लौटते समय कार में खींच लिया। उन्होंने रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और लाश को मोहम्मदपुर झाड़सा गांव के पास दफना दिया। रवींद्र के बताने पर पुलिस ने विक्रम का शव कब्र से निकलवाया।
प्रवक्ता के अनुसार, पूछताछ के दौरान विक्रम की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसका रविंद्र के साथ लगभग एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। रविंद्र ने एक अश्लील वीडियो बनाया था, जिसे उसकी बेटी ने उसके फोन पर देखा था और विक्रम को इसके बारे में बताया था। इसके बाद दोनों आरोपी रविंद्र और सोनी देवी ने विक्रम की हत्या और हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए इंटरनेट और यूट्यूब पर कई तरीके देखे थे।
योजना के अनुसार, आरोपी रविंद्र अपने चाचा संतरपाल से मिलने गया, जो मोहम्मदपुर झाड़सा गांव में गायों और भैंसों की देखभाल करते हैं। इसके बाद रवींद्र ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर विक्रम की हत्या कर दी। उसके बाद चाचा संतरपाल द्वारा खोदे गए गड्ढे में लाश को दफना दिया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सोनी देवी फोन पर रवींद्र के संपर्क में थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने सबसे पहले 28 जुलाई को अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जबकि उसे पता था कि उसके पति की 26 जुलाई को हत्या कर दी गई थी और लाश को दफना दिया गया था।
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