झारखंड
गिरिडीह/स्वराज टुडे: सामूहिक विवाह जैसे पवित्र आयोजन में सोमवार को ऐसा अजीब व चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया। गिरिडीह जिले के गवां थाना क्षेत्र की एक युवती का रिश्ता गुन्नौर क्षेत्र के युवक से तय हुआ था।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत होनी थी शादी
हिंदू रीति-रिवाज से गोद भराई तक की रस्म पूरी हो चुकी थी और दोनों पक्षों ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में पंजीकरण भी करा लिया था। लेकिन जब विवाह का शुभ दिन आया-दूल्हा बारात लेकर पंडाल पहुंच गया, मंडप सजा दिया गया, संगीत और शहनाई की धुनें बज उठीं… पर दुल्हन और उसके परिजन गायब! रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव सिंघौली कल्लू निवासी मुकेश की बेटी शिवानी का रिश्ता छह माह पहले धनारी थाना क्षेत्र के डुड़ाबाग निवासी ब्रह्मा कुमार पुत्र प्रकाश से तय हुआ था।
नगदी और गहनों के साथ फरार हो गया दुल्हन और उसका परिवार
गोद भराई के दौरान दूल्हे पक्ष ने सोने-चांदी के जेवर, नकद पैसे, कपड़े व अन्य उपहार दिए थे। दूल्हे परिवार का आरोप है कि गोद भराई के बाद शिवानी एवं उसके परिजनों की अचानक पैसों की मांग बढ़ने लगी। फोन पर शिवानी दूल्हे से अपनी परिस्थितियों का हवाला देकर लगातार रकम मांगती रही। आखिरकार ब्रह्मा कुमार ने नकद व ऑनलाइन मिलाकर लगभग 80,000 रुपये देने का आरोप लगाया है। विवाह के दिन जब दूल्हा मंडप में प्रतीक्षा करता रहा और दुल्हन पक्ष से कोई नहीं आया, तब दूल्हे पक्ष को शक हुआ। पूछताछ में पता चला कि दुल्हन और उसका परिवार गहनों और पैसों सहित फरार हो गया है।
निराश दूल्हा और उसके परिजन सीधे रजपुरा थाने पहुंचे और दुल्हन पक्ष के खिलाफ तहरीर दी। कार्यवाहक थाना प्रभारी जर्मन सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष बातचीत के लिए तैयार हैं। समझौता न होने पर नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। यह पूरा प्रकरण क्षेत्र में चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। लोग इसे सामूहिक विवाह जैसी योजना का दुरुपयोग बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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