
छत्तीसगढ़
कोरबा/स्वराज टुडे: कोरबा-कटघोरा मार्ग ने बसे ग्राम छुरीकला नगर के समीप ग्राम नवागांव झाबू में सीएसईबी का राखड़ बांध स्थित है। बांध में क्षमता से अधिक भराव होने से राखड़ को बांध से निकाल कर ग्राम के निकट आसपास लो लाइन से उपर डंप किया जा रहा है। हवा चलने से डंप किया गया राख उडक़र लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। पर्यावरण में राख घुलने से लोगों के जीवन पर विपरीत असर पड़ रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सूखा राखड़ को लो लाइन में भरा जाता है तथा उसमे लगातार पानी छिडक़ाव करने का नियम है, परंतु सीएसईबी प्रबंधनऔर ठेकेदार नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। धूल भरी राखड के बीच क्षेत्र के लोगों को जीवन बिताना पड़ रहा है। राख के उडने से ग्रामवासी तो प्रभावित हो रहे हैं, साथ ही खेतीहर भूमि, पानी, वन संपदा भी प्रभावित हो रहा है। पर्यावरण विभाग की ओर से आदेश है कि सूखे राख में लगातार पानी का छिडकाव कर उसे गीला रखना है, परंतु प्रबंधन पर्यावरण विभाग के आदेश का पालन नहीं कर रहा है।
इस सबंध में क्षेत्रीय जनपद सदस्य शारदा लता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि राखड बांध से उड़ रहे राख से क्षेत्र के ग्रामवासी परेशान हैं। राखड युक्त सामाग्री को खाना-पीना पड़ रहा है। इससे आम लोग कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। वहीं सीएसईबी प्रबंधन से उड़ रहे राख पर अंकुश लगाने की मांग ग्रामीणों द्वारा कई बार की जा चुकी है। प्रबंधन ग्रामीणों की मांग को अनसुना कर रही है। इससे क्षेत्र के प्रभावित ग्रामीण सीएसईबी प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। पूर्व सांसद प्रतिनिधि जीवन यादव ने कहा कि उड़ रहे राख से पूरा क्षेत्र प्रभावित है। राखड़ के बीच जीवन बिताना पड़ रहा है। बांध से उड़ रहे राखड के अलावा ग्राम के समीप मैदान में डंप किए गए राख सूखने से काफी मात्रा में उड रहा है जो घर के अंदर पहुंच रहा है। इससे घर में रखे खाद्य समाग्री प्रदूषित हो रहे हैं। उड़ रहे राख पर रोक लगाने को लेकर जमीनी स्तर पर प्रबंधन के खिलाफ क्षेत्रीय सांसद के नेतृत्व में जन आंदोलन की योजना बनाई जा रही है।

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